रूस में कई भारतीयों को धोखा देकर जबरदस्ती यूक्रेन के खिलाफ (Ukraine War) जंग लड़ाने के मामले लगातार सामने आ रहे है। ऐसा ही अब एक नया मामला सामने आया है। नए साल पर रूस घूमने गए युवकों को धोखे से सेना में भर्ती करके युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन भेज दिया गया है। इनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें इन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भारत लौटने में मदद करने की अपील की है।

वायरल हो रहे वीडियो में सात लोगों को एक कमरे के अंदर सेना की वर्दी पहने हुआ देखा जा सकता है। एक बंद खिड़की वाले कमरे में रिकॉर्ड किए गए वीडियो में उनमें से छह लोग एक कोने में खड़े हुए हैं और एक वहां पर फंसे होने की अपनी दास्तां को बयां कर रहा है। उस व्यक्ति ने वीडियो में कहा कि हम 27 दिसंबर को नए साल के मौके पर रूस घूमने के लिए आए थे और एक एजेंट से हमारी मुलाकात हुई। उसने हमें रूस में कई जगहों पर घूमने में मदद की और बेलारूस घूमने के लिए भी कहा था। हालांकि, हमें नहीं पता था कि बेलारूस के लिए भी वीजा की जरुरत पड़ती है।

एजेंट ने हमें हाईवे पर उतारा

हम बेलारूस भी गए जहां हमने उस एजेंट को पैसे भी दिए, लेकिन उसने हमसे और ज्यादा पैसे मांगे। उसके मन मुताबिक पैसे ना देने पर उसने हमें हाईवे पर ही उतार दिया क्योंकि हमारे पास पैसे खत्म हो चुके थे। इसके बाद हमें वहां पर पुलिस ने पकड़ लिया और रूस की सेना के हवाले कर दिया। उन्होंने हमें तीन से चार दिन तक किसी अनजान जगह पर रखा था। उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए आगे कहा कि रूसी सेना ने हमें ड्राइवर और रसोइया बनने के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए मजबूर किया। साथ ही, ऐसा ना करने पर हमें 10 साल कैद में रहने की धमकी दी।

रूसी सेना द्वारा दिए गए कॉन्ट्रैक्ट की भाषा भी काफी अलग थी और हमारी समझ से बाहर थी। हालांकि, हमने उस पर साइन कर दिए। रूसी सेना ने हमें एक ट्रेनिंग सेंटर में भर्ती करवा दिया और हमें बाद में पता चला कि उन सभी ने हमारे साथ धोखा किया है। हम सभी को ट्रेनिंग देने के बाद हमें यूक्रेन में युद्ध के मैदान में उतार दिया। भारतीयों ने कहा कि हम किसी भी तरह के युद्ध के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं। हमें सही से बंदूक तक चलानी नहीं आती है, लेकिन उन लोगों की तरफ से हम पर दवाब बनाया जा रहा है। उस वायरल वीडियो में कहा गया कि हम अब बस यही उम्मीद कर रहे हैं कि भारत सरकार हमारी मदद करेगी।

अब तक कई भारतीय फंसे

अब तक पंजाब, कर्नाटक, कश्मीर, गुजरात और तेलंगाना के कई लोग यूक्रेन के साथ रूस की लड़ाई में बुरी तरह से फंस चुके हैं। उनमें से कई लोग ऐसे थे जो बेहतर नौकरी की तलाश में ज्यादा पैसा देने की एवज में ठगे जाने के बाद रूस पहुंचे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के साथ इन लोगों के परिवारों ने बात की थी और कहा कि उन सभी को धोखा दिया गया था। उनसे कहा गया था कि रूसी सरकार के ऑफिस में वैकेंसी खाली है उन्हीं को भरा जा रहा है। हालांकि, सबकुछ इससे उल्टा ही हो रहा है। उन्हें युद्ध के मैदान में भेजा जा रहा है।

विदेश मंत्रालय मॉस्को से संपर्क में

पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि रूसी सेना में कर्मचारी के रूप में काम करने वाले लगभग 20 भारतीय लोगों ने अधिकारियों से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि हम जल्द से जल्द उन लोगों को छुड़ाने के लिए पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। हम मॉस्को के साथ लगातार संपर्क में हैं। हमने फंसे हुए सभी लोगों से कहा है कि वह किसी भी तरह से युद्ध के मैदान में ना जाएं।