ब्रिटिश पुलिस ने बुधवार को कहा कि ब्रिटेन के दक्षिणी शहर मैनचेस्टर में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान हुए आतंकी हमले के संबंध में तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा, “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि हम एक नेटवर्क की जांच कर रहे हैं।” ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने अपने बयान में कहा, “मैनचेस्टर एरेना में सोमवार रात को हुए भयावह हमले को लेकर चल रही जांच के संबंध में दक्षिण मैनचेस्टर में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।” बीबीसी की रपट के अनुसार, मैनचेस्टर एरेना में सोमवार शाम अमेरिकी पॉप गायिका एरियाना ग्रांडे के संगीत कार्यक्रम के दौरान 22 वर्षीय सलमान आबिदी ने खुद को उड़ा लिया था, जिसमें 22 लोग मारे गए और 64 अन्य घायल हुए। आबिदी लीबिया मूल के माता-पिता की संतान था और उसका संबंध अलकायदा से था। इस बीच खबर ये भी आई है कि सलमान आबिदी हमले से चार दिन पहले जर्मनी के एयरपोर्ट दुसेलडोर्फ से भी पास हुआ था। जर्मनी पुलिस अब अपने यहां उसके गतिविधियों की जानकारी हासिल कर रही है।
ब्रिटिश गृहमंत्री अंबर रुड ने बुधवार सुबह कहा कि संभवत: आबिदी अकेले काम नहीं कर रहा था और ब्रिटिश खुफिया सेवाओं को उसके बारे में एक हद तक जानकारी थी। आबिदी के 23 वर्षीय भाई को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। रपटों में कहा गया है कि आबिदी मैनचेस्टर हमले से मात्र कुछ दिनों पूर्व लीबिया से लौटा था और संभवत: उसने सीरिया की भी यात्रा की थी। देश में आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर अलर्ट को ‘बेहद गंभीर’ स्तर पर कर दिया गया है। इसका मतलब है कि देश में और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। आदेश के तहत प्रमुख स्थलों की सुरक्षा में तैनात पुलिस की जगह सशस्त्र सैन्यकर्मियों ने ले ली है। लगभग 1,000 सैनिक ब्रिटेन की सड़कों पर पुलिस की मदद के लिए तैनात किए गए हैं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जब तक खतरे का स्तर कम नहीं हो जाता, तब तक पर्यटकों के संसद घूमने पर पाबंदी रहेगी और बर्मिघम पैलेस में होने वाली गार्ड सेरेमनी को भी रद्द कर दिया गया है। आबिदी की एक बहन और दो भाई हैं। आबिदी के माता-पिता अब संभवत: लीबिया लौट गए हैं। उसका परिवार शहर में कई स्थानों पर रह चुका है, जिसमें फेलोफील्ड इलाके में एल्समोर रोड स्थित एक स्थान शामिल है, जहां पुलिस ने छापा मारा था।आबिदी की पहचान विस्फोट स्थल पर उसकी जेब में मिल एक बैंक कार्ड से हुई। हमले के पीछे संभावित वजहों का पता लगाया जा रहा है। आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
