मिस्र के अशांत सिनाई प्रायद्वीप में हुए रूसी विमान हादसे की जांच कर रहे अधिकारियों ने रविवार को अपनी जांच का दायरा बढ़ाया और हादसे का कारण जानने के लिए मलबे खंगाले। विमान पर सवार सभी 224 लोगों की जान लेने वाले इस हादसे की जिम्मेदारी आइएस से जुड़े एक आतंकवादी संगठन ने ली है। कोगलिमोविया एयरबस ए-321, 17 बच्चों सहित 217 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों सहित, शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। शर्म अल-शेख से रूसी शहर सेंट पीटर्सबर्ग के लिए उड़ान भरने के महज 23 मिनट बाद उसके साथ हादसा हुआ।
अभी तक 175 शव मिले हैं और कुछ शवों के हादसे की जगह से दूर मिलने के बाद 15 किलोमीटर इलाके की तलाश की जा रही है। रूस के आपातकालीन मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, मिस्र की राजधानी काहिरा में मौजूद विशेषज्ञों ने रूसी एयरबस हादसा पीड़ितों के 120 शवों का परीक्षण किया गया है।
मंत्रालय के एक प्रतिनिधि ने बताया कि रूस के आपातकालीन मामलों के मंत्री व्लादिमिर पुचकोव के नेतृत्व में एक कार्य दल ने मिस्र में कोगलिमोविया एयरबस ए-321 दुर्घटनास्थल पर अभियान शुरू कर दिया है। जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा, दुबई की एमिरेट्स और एयर फ्रांस ने कहा है कि हादसे के कारणों का पता चलने तक वे सिनाई के ऊपर से उड़ान नहीं भरेंगे।
सिनाई में जानलेवा उग्रवाद का नेतृत्व कर रहे, मिस्र में इस्लामिक-स्टेट से जुड़े समूह ने दावा किया है कि उसी ने विमान को सिनाई प्रायद्वीप के पर्वतीय क्षेत्र में मार गिराया है। हालांकि मास्को और काहिरा दोनों ने इसे सिरे से खारिज किया है। सीएनएन ने मिस्र के हवाईअड्डा सहप्रमुख अब्दुल अल-महजूब के हवाले से कहा है, ‘‘हादसे का कारण अभी भी अज्ञात है, लेकिन ज्यादा संभावना इसके तकनीकी खराबी के कारण होने की है, आतंकवादी कार्रवाई का कोई साक्ष्य नहीं है।’’
महजूब ने कहा कि एयरबस ए321 की उड़ान भरने से पहले जांच की गयी थी और सबकुछ सामान्य था। मिस्र के प्रधानमंत्री शरीफ इस्माइल ने कहा कि विशेषज्ञों ने इस बात की पुष्टि की है कि आतंकी 30,000 फुट की उंच्च्चाई पर उड़ान भर रहे विमान को नहीं गिरा सकते। वहीं रूस के परिवहन मंत्री मैक्सिम सोकोलोव ने कहा कि इन दावों को सही नहीं माना जा सकता।
मिस्र की सेना के प्रवक्ता मोहम्मद समीर ने भी इस दावे को खारिज कर दिया और कहा, ‘‘वह (आईएस) जो कहना चाहे कह सकता है लेकिन अभी तक उसके इस दावे का कोई सबूत नहीं है। हम सभी को सही कारण के बारे में तब ज्ञात हो जाएगा जब सिविल एविएशन अथॉरिटी, रूस की मदद से अपनी जांच पूरी कर लेगी। लेकिन सेना को उसके :आईएस: के दावे में कोई सच्चाई नजर नहीं आती।’’
पिछले दशक की कुछ सबसे भयानक एयरबस दुर्घटनाओं में से एक इस दुर्घटना की मिस्र के नेतृत्व वाली जांच में रूस और फ्रांस के जांचकर्ता भी शामिल हो गए हैं। इसमें इस विमान कंपनी के भी जांचकर्ता शामिल हो गए हैं। कंपनी का मुख्यालय फ्रांस में हैं।
अधिकारियों ने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और इसे आकलन के लिए भेज दिया गया है। जांचकर्ताओं ने कहा कि वह रूस के समारा में अंतिम बार ईंधन भराने वाली जगह से ईंधन के नमूनों की जांच कर रहे हैं। जांचकर्ता इस बात को ध्यान में रखकर जांच कर रहे हैं कि क्या किसी तकनीकी खराबी के कारण यह 18 साल पुराना विमान दुर्घटना का शिकार हो गया।
एक प्रवक्ता ने बताया कि जांचकर्ता विमान को तैयार करने में शामिल और उसके चालक दल के लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा मॉस्को के दोमोदेदोवो हवाईअड्डे पर तलाशी कर रहे हैं जहां पर यह विमान सेवा कंपनी आधारित है। उड़ान और उसकी तैयारी के नियमों के उल्लंघन के चलते कोगलीमाविया विमान सेवा कंपनी के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है।
मेट्रोजेट के नाम से जानी जाने वाली कंपनी कोगलीमाविया ने रूसी संवाद समिति रिया नोवोस्टी से कहा कि इस त्रासदी को मानवीय भूल बताए जाने के आरोपों का कोई आधार नहीं है। 48 वर्षीय कैप्टन वालेरी नेमोव को 3,682 घंटे उड़ान भरने का अनुभव था। रूस में विमान के सह-पायलट की पत्नी ने कहा कि उनके पति ने विमान की हालत के बारे में शिकायत की थी।
नताल्या तु्रख्चेवा ने राज्य द्वारा नियंत्रित एनटीवी को बताया कि उनकी बेटी ने विमान के शर्म-अल-शेख छोड़ने से पहले सर्गेई त्रुख्चेवा को कॉल किया था। उन्होंने बताया, ‘‘उसने शिकायत की थी कि विमान की तकनीकी हालत वैसी नहीं थी जैसी कि होनी चाहिए।’’ मिस्र के प्रधानमंत्री ने इस्लामिक स्टेट के दावे को खारिज करते हुए दुर्घटना के पीछे तकनीकी कारण होने की बात कही है।
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव को हादसे की जांच शुरू करने का आदेश दिया है और पीड़ितों के लिए आज आधिकारिक शोक दिवस की घोषणा की है। रूस में राष्ट्रीय झंडा आधा झुकाया गया है और राष्ट्रीय शोक दिवस के कारण टीवी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। क्रेमलिन के मुताबिक, मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी ने पुलिस को फोन कर संवेदना व्यक्त की।
क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘सीसी ने पुतिन को आश्वासन दिया कि विमान हादसे की जांच में रूसी अधिकारियों की भागीदारी के लिए जितनी विस्तृत भागीदारी संभव है, उसका प्रयास किया जाएगा।’’
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