रूस की थलसेना की एक टुकड़ी शुक्रवार (23 सितंबर) को पाकिस्तान पहुंची जो शनिवार (24 सितंबर) से शुरू हो रहे पहले संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास में भाग लेगी। यह अभ्यास शीतयुद्ध काल के दो पूर्व विरोधियों के बीच बढ़ते सैन्य संबंधों को प्रदर्शित करता है। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने कहा, ‘रूसी जमीनी बलों की एक टुकड़ी पहले पाक-रूस संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए पहुंची है।’ रूस सैनिक 24 सितंबर से 10 अक्तूबर तक दो हफ्तों के लिए इस देश में रहेंगे। दोनों देशों के करीब 200 सैनिक दो हफ्तों के ‘फ्रेंडशिप 2016’ नाम के सैन्य युद्धाभ्यास में भाग लेंगे। यह युद्धाभ्यास ऐसे समय होगा जब मास्को और इस्लामाबाद के बीच रक्षा संबंध मजबूत हुए हैं और इस्लामाबाद अत्याधुनिक रूसी युद्धक विमान खरीदने पर विचार कर रहा है। पाकिस्तान ने मई 2011 में ऐबटाबाद में सीआईए के गुप्त छापे में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अमेरिका से रिश्तों में खटास आने के बाद अपनी विदेश नीति के विकल्पों को बढ़ाने का फैसला किया था।