रूसी राजदूत की हत्या को लेकर तुर्की के अधिकारियों ने मंगलवार (20 दिसंबर) को छह लोगों को हिरासत में लिया। वहीं, रूस ने इस घटना पर फौरन जवाब मांगा है। तुर्की की राजधानी इस साल हुए सिलसिलेवार हमलों के बाद से पहले से हाई अलर्ट पर है। इस बीच, एक अलग घटना में भी एक व्यक्ति ने बीती रात अंकारा में अमेरिकी दूतावास के बाहर गोलीबारी की। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है, ‘हमें जानना होगा कि हत्यारे को किसने निर्देश दिया था और क्रेमलिन ने कहा है कि एक रूसी टीम हत्या की जांच के लिए तुर्की जा रही है।’ हत्या की घटना के बावजूद सीरिया संकट पर तुर्की, रूस और ईरान के विदेश मंत्रियों के बीच मास्को में एक अभूतपूर्व बैठक होने वाली है।
राजदूत अंद्रेई कारलोव को तुर्की के पुलिसकर्मी मेवलुत मर्त अलींतास (22) ने चार गोली मारी थी। उस वक्त कारलोव अंकारा में रूसी फोटोग्राफी की एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने वाले थे। तुर्की मीडिया की खबर के मुताबिक हमले के सिलसिले में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनमें अलींतास की बहन, मां, पिता और चाचा शामिल हैं। अपनी मुखरता को लेकर मशहूर अंकारा के मेयर मेलीह गोकसेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा कि हमलावर फतेउल्ला गुलेन नाम के एक संगठन से जुड़ा होगा जो 15 जुलाई की तख्तापलट की कोशिश के लिए जिम्मेदार है और जिसका लक्ष्य राष्ट्रपति रेसीप तैयीप एरदोगन को अपदस्थ करना था।