रूस में तख्तापलट की सुगबुगाहट तेज हो गई है। वागनर आर्मी की तरफ से दो टूक कह दिया गया है कि रूस को जल्द ही नया राष्ट्रपति मिलने वाला है। ये दावा उस समय किया गया है जब व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि वागनर समूह के प्राइवेट आर्मी द्वारा किया गया “सशस्त्र विद्रोह” देशद्रोह है, और जिसने भी रूसी सेना के खिलाफ हथियार उठाए हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा।

वागनर ने टेलीग्राम चैनल के जरिए चेतावनी दी है। उस चेतावनी में कहा गया है कि पुतिन ने एक गलत विकल्प चुना और उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। देश को जल्द ही नया राष्ट्रपति मिलने वाला है। रूस में अब गृह युद्ध शुरू हो गया है। अब ये चेतावनी ही बताने के लिए काफी है कि रूस में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन से युद्ध के बीच अगर रूस में गृह युद्ध की स्थिति बन जाती है तो उस स्थिति में पुतिन के लिए ये डबल झटका साबित होगा। एक तरफ यूक्रेन से अभी भी मुकाबला जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ वागनर ने चिंता को और ज्यादा बढ़ाने का काम कर दिया है।

जानिए इस रूसी संकट का हर बड़ा अपडेट-

11:20 PM– प्रिगोझिन येवगेनी ने अपने लड़ाकों को अभी के लिए मॉस्को से वापस आने को कह दिया है। उसके मुताबिक वो खून-खराबा नहीं चाहता है, लेकिन मॉस्को के काफी पहुंच चुका है।

11:15 PM– मॉस्कों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, इसे देखते हुए फैसला लिया गया है कि एक जुलाई तक सभी आउटडोर एक्टिविटी सस्पेंड रहेंगी, इसके अलावा सोमवार को नॉन वर्किंग डे घोषित कर दिया गया है।

11:00 PM– यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमोर जेलेंस्की ने पुतिन पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि इस समय पुतिन काफी डर गए हैं, कहीं छिपे हुए हैं। उनका इशारा इस ओर है कि राष्ट्रपति वागनर की सेना से घबरा गए हैं।

9:30 PM– वागनर सेना सबसे बड़ा दावा कर दिया है। जो सेना अभी तक मॉस्को से कुछ दूर बताई जा रही थी, उसकी तरफ से कहा गया है कि कुछ इलाकों पर उसने अपना कब्जा जमा लिया है। रूस ने इन दावों को नकारा है।

8:58 PM– बताया जा रहा है कि वागनर आर्मी का प्रमुख यूक्रेन युद्ध से खुश नहीं था। वो यूक्रेन के खिलाफ लड़ना चाहता था, लेकिन जिस तरह से रूसी सेना जंग कर रही थी, उससे वो दुखी था।

वैगनर ग्रुप का चीफ यूक्रेन में हो रहे युद्ध से खुश नहीं था. उसने उसे अपमान तक बता दिया था. इसका मतलब ये नहीं है कि वह यूक्रेन में हो रही जंग को लड़ना नहीं चाहता था, बल्कि वह इसलिए खुश नहीं था कि क्योंकि रूसी सेना और उसका नेतृत्व ठीक ढंग से नहीं लड़ रहे थे.

8:50 PM– वागनर सेना काफी तेजी से मॉस्कों की तरफ बढ़ रही है। जानकारी मिली है कि अब वो मॉस्को से सिर्फ 500 किलोमीटर दूर चल रही है। वो पहले ही ऐलान कर चुकी है कि पुतिन को राष्ट्रपति पद से हटाया जाएगा।

7:23 PM– रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से मार्शल लॉ लगा दिया गया है। उन्होंने एक कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं जिसके तहत नियम टूटने पर सीधे 30 दिन की हिरासत में भेज दिया जाएगा।

6:30 PM– वागनर आर्मी को लेकर पुतिन ने कहा है कि ये आतंवादी हमले जैसा है, और इसे अंजाम देने वाले देशद्रोही हैं। इस आरोप पर वागनर चीफ येवेनी प्रीगोझिन ने कहा है कि उनके सैनिक देशभक्त हैं, पुतिन स्थिति को गलत समझ रहे हैं।

6:24 PM– रूस में बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने तुर्की के प्रेसिडेंट तैयप एर्दोगन से फोन पर बात की गई है। बताया जा रहा है कि बातचीत के दौरान पुतिन ने वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से बताया है। तुर्की ने इस मुश्किल समय में रूस को समर्थन देने की बात कर दी है।

दोस्त से बने दुश्मन वाला पहलू

यहां ये समझना जरूरी है कि एक समय पुतिन और वागनर के चीफ प्रिगोझिन येवगेनी अच्छे दोस्त थे, भरोसा भी काफी ज्यादा था। लेकिन बताया जाता है कि इस यूक्रेन युद्ध ने जमीन पर सबकुछ बदल दिया। वागनर सेना का आरोप है कि उन्हें ना समय पर कोई हथियार मिलते हैं, ना दूसरी जरूरी चीजें। ये आरोप ही बताने के लिए काफी हैं कि रूस ने इस प्राइवेट मिलिट्री का सिर्फ अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया है।

क्या वागनर चीफ को मारना चाहती है रूसी सरकार?

वैसे रूस के सियासी गलियारों में थ्योरी ये चल रही है कि सरकार किसी तरह से वागनर के चीफ प्रिगोझिन येवगेनी को मरवाना चाहती है। कारण सिंपल है, उसकी ताकत बढ़ती जा रही है, रूसी सेना में दखल, सरकार तक पहुंच, ये सारे वो कारण हैं जिस वजह से सरकार को अपने अस्तित्व पर खतरा मंडराता दिख रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से प्रिगोझिन येवगेनी अपनी जान के लिए खतरा मान रहे थे और उनकी तरफ से ये बगावत कर दी गई है।