रूस में संसदीय चुनाव में रविवार (18 सितंबर) को लोगों ने मतदान शुरू कर दिया। इस चुनाव में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की वफादार पार्टियों का वर्चस्व बने रहने की संभावना है। राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव ऐसे समय आरंभ हुआ है जब हाल के कुछ वर्षों में रूस में कई तरह के बदलाव हुए हैं। क्रीमिया यूक्रेन से अलग होकर रूस का हिस्सा बन गया, पश्चिम के साथ रूस का टकराव बढ़ गया, आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई और सीरिया में रूस ने सैन्य अभियान शुरू किया। इन सबके बावजूद पुतिन की लोकप्रिया का ग्राफ निरंतर ऊंचा बना हुआ है। करीब 80 फीसदी लोग आज भी पुतिन को अपना सबसे प्रिय नेता मानते हैं। प्रशासन ने इस चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने का प्रयास किया ताकि 2018 में पुतिन के चौथी बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो सके।

हाल के कुछ वर्षों में रूस भले ही नाटकीय घटनाक्रमों का गवाह बना हो, लेकिन स्टेट ड्यूमा के चुनाव के लिए प्रचार अभियान बेहद फीका रहा। उच्च वर्ग के मतदाताओं की उदासीनता से ऐसा लगा कि मतप्रतिशत काफी कम रहने वाला है। देश के पूर्वी हिस्से में मतदान शनिवार को वैश्विक समयानुसार रात आठ बजे आरंभ हुआ। रूस के कालिनग्राद इलाके में आज (रविवार, 18 सितंबर) मतदान वैश्विक समयानुसार शाम छह बजे संपन्न हो जाएगा। पहली बार क्रीमिया के करीब 11 लाख मतदाता रूसी सदन ड्यूमा के लिए मतदान में हिस्सा ले रहे हैं। ड्यूमा की कुल 450 सीटों के लिए मतदान हो रहा है।