यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग से रूस बाहर हो गया है। आयोग से रूस को बाहर करने के मसौदे पर गुरुवार को वोटिंग हुई। भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। 93 सदस्यों प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया। वहीं 24 ने इसके खिलाफ मतदान किया। 58 सदस्यों ने इससे दूरी बनाए रखी। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मानवाधिकार परिषद से रूस को सस्पेंड करने करने के लिए विशेष बैठक बुलाई थी। इसे लेकर आज मतदान हुआ। रूस को मानवाधिकार परिषद से बाहर करने के पक्ष में दो-तिहाई मत पड़े।
यूक्रेन के बुचा में हत्याओं की निंदा करते हुए और एक स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हुए भारत ने प्रस्ताव पर मतदान से परहेज किया। सैकड़ों नागरिक बुका में सड़कों पर मृत पाए गए। यूक्रेन इसे लेकर रूस पर बुका नरसंहार का आरोप लगाया। हालांकि, रूस ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि यह यूक्रेन का दुष्प्रचार था।
मास्को की ओर से यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के तीन दिन बाद रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया था। ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय संघ सहित कई देशों ने यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों की निंदा की है और मास्को पर प्रतिबंध लगाए हैं। इन देशों ने रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन को सैन्य सहायता के साथ मदद करने का भी वादा किया है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को कहा कि देश रूस के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन को आवश्यक हथियार भेजने के रास्ते में कोई भी बाधा नहीं आने देगा। विदेश मंत्रियों की एक बैठक के बाद नाटो में पत्रकारों से बात करते हुए, ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इस पर विचार कर रहा है कि वह यूक्रेन को कौन से नए हथियार भेज सकता है।
ब्लिंकन ने यह भी कहा कि रूस को यह तय करना होगा कि क्या वह यूक्रेन के साथ सार्थक कूटनीति में शामिल होना चाहता है। ब्लिंकन ने नाटो में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन के बुचा में नागरिकों की हत्याएं शांति वार्ता का प्रमुख फैक्टर नहीं हैं। अमेरिका ने बुधवार को रूसी वित्तीय संस्थानों के साथ-साथ वहां के अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की। इसमें रूस में नए निवेश पर प्रतिबंध लगाना, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बच्चे और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के परिवार के सदस्यों पर प्रतिबंध लगाना शामिल है।