रूस ने एक बार फिर मंगलवार को यू्क्रेन पर भीषण हवाई हमला किया जिसके बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने आपातकालीन बिजली आपूर्ति बंद करने (ब्लैकआउट) की घोषणा की। रूस ने ऊर्जा और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया, जिसके तुरंत बाद राजधानी कीव सहित अन्य स्थानों पर बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई।
रूस ने यूक्रेन के पूर्व से लेकर पश्चिमी इलाके तक मंगलवार को ऊर्जा तथा अन्य प्रतिष्ठानों पर हवाई हमले किए जिससे बड़े पैमाने पर बत्ती गुल हो गयी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आगाह किया कि स्थिति ‘‘गंभीर’’ है तथा उन्होंने यूक्रेनी नागरिकों से ‘‘कठिन परिस्थितियों में मजबूत बने रहने’’ का आग्रह किया। इन हवाई हमलों में राजधानी कीव में एक रिहायशी इमारत में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
ये हमले ऐसे वक्त में किए गए हैं जब यूक्रेन ने गत सप्ताह दक्षिणी शहर खेरसॉन पर फिर से कब्जा जमाने में कामयाबी हासिल की। कम से कम 12 क्षेत्रों में हमले हुए। यूक्रेनी वायु सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि रूस ने करीब 100 मिसाइलें दागी।
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यह संख्या 85 बतायी। जेलेंस्की ने आगाह किया कि और हमले हो सकते हैं लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हम हर चीज से उबर जाएंगे।’’ अधिकारियों ने जिन इलाकों में हमले होने की जानकारी दी है उनमें पश्चिम में लीव, झितोमिर, खमेलनीत्स्की और राइन तथा उत्तरपूर्वी में यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर खारकीव शामिल है। जेलेंस्की के पैतृक शहर क्रीवी रीह में भी हमले हुए।
G-20 में नेताओं ने रूस को कड़ा संदेश देने पर जताई सहमति
उधर, विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के नेता मंगलवार को इस बात के लिए तैयार दिखे कि यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर कड़ा संदेश दिया जाए। इस क्रम में राष्ट्रपति जो बाइडन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जी-20 समूह पर दबाव डाला कि वह यूक्रेन के खिलाफ नौ महीने से जारी युद्ध को लेकर मॉस्को पर दबाव बनाये रखें, जिसने यूक्रेन को बर्बाद करने के अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था को मुश्किल में डाल दिया।
जी-20 समूह के नेताओं की ओर से मंगलवार को जारी घोषणापत्र मसौदे से यह पता चलता है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की संयुक्त राष्ट्र द्वारा आलोचना की गई है, जबकि विभिन्न देशों के अलग मत का भी संज्ञान लिया गया है। जी-20 घोषणापत्र मसौदे में यूक्रेन के खिलाफ रूसी ‘‘आक्रामकता’’ की संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई निंदा का समर्थन किया गया।