रूस और यूक्रेन के बीच तनावग्रस्त हालात को देखते हुए रूस ने परमाणु हमले की तैयारी पूरी कर ली है। बता दें कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश के बाद रूस ने अपने न्यूक्लियर डिफेंस स्टाफ को अलर्ट पर रखा है। पुतिन ने अपने रक्षा प्रमुखों से कहा कि पश्चिमी देशों के आक्रामक बयानों की वजह से ऐसा करना जरूरी हो गया है।
राष्ट्रपति लेते हैं अंतिम फैसला: यूक्रेन पर रूस द्वारा परमाणु हमले की आशंका के बीच जानना जरूरी है कि आखिर परमाणु हथियार लॉन्च होने की स्थिति में रूस में प्रक्रिया क्या है और यह कैसे काम करती है? बता दें कि “परमाणु निरोध पर रूसी संघ की राज्य नीति के मूल सिद्धांत” नामक एक 2020 दस्तावेज़ में कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति परमाणु हथियारों का उपयोग करने का अंतिम फैसला लेते हैं।
ब्रीफकेस से जारी होता लॉन्चिंग कोड: बता दें कि एक छोटा ब्रीफकेस, जिसे चेगेट के नाम से जाना जाता है। वो हर समय राष्ट्रपति के पास होता है। यह ब्रीफकेस रूसी राष्ट्रपति को रूस के सामरिक परमाणु बलों के कमांड और नियंत्रण नेटवर्क से जोड़ता है। हालांकि चेगेट में कोई परमाणु लॉन्च बटन नहीं होता है। बल्कि इससे सिर्फ केंद्रीय सैन्य कमान के जनरल स्टाफ को हमले के लिए आदेश भेजा जाता है।
यह ब्रीफ़केस हर वक्त राष्ट्रपति के आसपास होता है। तब भी, जब वो सोते हैं। किसी हमले की आशंका पर ब्रीफ़केस रूस के राष्ट्रपति को अलार्म के जरिए अलर्ट करता है। इस दौरान इसमें एक फ्लैश लाइट जलती है। जिसके बाद राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संपर्क साधना होता है। ऐसे ही दो ब्रीफकेस रूसी प्रधानमंत्री और रूसी रक्षा मंत्री के पास भी मौजूद होते हैं। लेकिन हमले का आदेश सिर्फ राष्ट्रपति ही दे सकता है।
आदेश के साथ परमाणु हथियार के इस्तेमाल के लिए एक लॉन्च कोड भी जारी होता है। जो रूसी जनरल स्टाफ के पास तक पहुंचता है। बता दें कि परमाणु हथियार लॉन्च करने के दो तरीके हैं। यह अलग-अलग हथियार कमांडरों को कोड भेज सकता है, जिसके बाद वे इसे लॉन्च करने की प्रक्रियाओं को अंजाम देंगे।
इसके अलावा लॉन्चिंग के लिए एक बैक-अप सिस्टम भी है। जिसे पेरिमेट्र के नाम से जाना जाता है। यह सभी तत्काल कमांड पोस्ट को दरकिनार करते हुए जनरल स्टाफ को सीधे भूमि आधारित मिसाइलों के लॉन्च करने की अनुमति देता है।
रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमला किया तो?: आपको बता दें कि जब से रूस ने अपने न्यूक्लियर डिफेंस स्टाफ को अलर्ट पर रखा है, तभी से पश्चिमी देशों समेत पूरी दुनिया में बेचैनी है। दरअसल रूसी सेना के निशाने पर यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर है। रूस अगर परमाणु हमला करता है तो इन दोनों महानगरों का खात्मा हो जाएगा। ऐसे में कम से कम 60 लाख लोगों की जान जा सकती है।
परमाणु में रूस की ताकत: फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स का अनुमान है कि रूस के पास मौजूदा समय में 5,977 परमाणु हथियार हैं। यह किसी भी दूसरे देश की तुलना में सबसे अधिक हैं। इनमें से 1,588 तैनात हैं और उपयोग के लिए तैयार हैं। इसकी मिसाइलों को जमीन से, पनडुब्बियों से और हवाई जहाजों से दागा जा सकता है।