Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ रूसी मिसाइल हमले लगातार जारी हैं। युद्धग्रस्त पूर्वी यूरोपीय देश में लोग जिंदा रहने के लिए जूझ रहे हैं। जबकि मॉस्को बार-बार युद्ध में नागरिकों को निशाना बनाने से इनकार कर रहा है। यूक्रेन का कहना है कि उसके हमले देश के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा रहे हैं। राजधानी कीव में हुए विस्फोटों के बाद 14 वर्षीय एक लड़की सहित कम से कम तीन लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। खार्किव, ओडेसा, लविव और ज़ाइटॉमिर शहरों में भी धमाकों की आवाज़ सुनी गई है। यूक्रेन की सेना ने कहा कि 69 मिसाइलें लॉन्च की गईं, जिनमें से 54 को हवाई सुरक्षा ने रोक दिया था।

आत्मघाती ड्रोन भी शामिल

यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार माईखाइलो पोडोलीक ने कहा कि 120 से अधिक मिसाइल दागी गयी हैं । हवाई हमला करीब पांच घंटे तक चला है। वहीं र ओडेसा के दक्षिणी प्रांत के क्षेत्रीय नेता मैक्सिम मार्चेंको ने “यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले” की बात कही है। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि रूस ने हवाई और समुद्र आधारित क्रूज मिसाइलों के साथ विभिन्न दिशाओं से देश पर हमला किया है । इस दौरान कई आत्मघाती ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया था।

लगातार हमले कर रहा है रूस

हाल के सप्ताहों में दर्जनों रूसी हमलों ने यूक्रेन को तबाह कर दिया है। जिससे देश भर में बार-बार बिजली कटौती हो रही है। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री हरमन हलशचेंको ने कहा कि इन हमलों ने बिजली उत्पादन सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया है और कहा कि ओडेसा और कीव क्षेत्रों में स्थिति बहुत मुश्किल है। लविवि के मेयर ने गुरुवार को कहा कि उनके शहर का 90% हिस्सा बिना बिजली के बिना रह रहा है। इसके अलावा भी कई क्षेत्रों में बिजली के ना होने की खबरे हैं।

केंद्रीय शहर क्रिवी रिह में सैन्य प्रशासन के प्रमुख ऑलेक्ज़ेंडर विलकुल ने कहा कि उनके शहर में दागी गई मिसाइलों को रूसी जहाजों और विमानों से काला सागर से लॉन्च किया गया था। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर शहर की बिजली बंद कर दी गई है।यूक्रेन की दक्षिणी कमान ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि रूसी सेना काला सागर के ठिकानों से 20 मिसाइलें लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।

मॉस्को ने अपने मिसाइल हमलों में नागरिकों को निशाना बनाने से बार-बार इनकार किया है। हालाँकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में स्वीकार किया है कि रूसी सैनिक यूक्रेन की महत्वपूर्ण ऊर्जा सुविधाओं पर हमले कर रहे हैं।