क्रेमलिन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी की हैकिंग संबंधी रिपोर्ट को बेबुनियाद करार दिया एवं कहा कि रूस इस दावे का खंडन करते करते आजिज आ गया है कि सरकार ने अमेरिका के चुनाव में कोई दखल दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों से कहा, ‘ये बेबुनियाद आरोप हैं और उसके पक्ष में कुछ नहीं है। यह बस बेहूदी और भावनात्मक स्तर पर की गयी हैं जिसका वाकई विश्वस्तरीय सुरक्षा सेवाओं के पेशेवर अंदाज के संदर्भ में बमुश्किल कोई महत्व है।’ अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने शुक्रवार को रिपोर्ट जारी की थी और कहा था कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का अभियान बिल्कुल पलट देने के लिए हैकिंग और मीडिया में छेड़छाड़ का व्यक्तिगत आदेश दिया था।

क्रेमलिन की टिप्पणी इस सार्वजनिक रिपोर्ट पर रूस की पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया है। यह रिपोर्ट राष्ट्रपति बराक ओबामा और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पेश की गयी गोपनीय रिपोर्ट की आधी है। पेस्कोव ने कहा, ‘हमें अब भी नहीं पता कि जो लोग ऐसे बेबुनियाद आरोप पेश कर रहे हैं, वे कौन सा आंकड़ा इस्तेमाल कर रहे हैं। उल्टे हम इन आरोपों से आजिज आ गए हैं। यह पूरी तरह निशाना बनाना है।’ खुफिया प्रमुखों की शुक्रवार की ब्रीफिंग से पहले ट्रंप ने कहा था कि हैकिंग खुलासा उन्हें बदनाम करने के लक्ष्य से राजनीतिक रूप से निशाना बनाना है।