हाल ही में चेन्नई में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ का जिम्मेदार चक्रवात फिर वापस लौट रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक शुक्रवार रात को ‘रोनू’ नाम का ये तूफान बांग्लादेश की तटीय सीमा तक पहुंच जाएगा। लेकिन इसका प्रभाव भारत के तटीय क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। रोनू शुक्रवार दोपहर को बंगाल की खाड़ी में केन्द्रित था। ये चक्रवात कलिंगपट्टम के दक्षिणी-पूर्वी छोर से 40 किलोमीटर और विशाखापटनम तट से 146 किलोमीटर की दूरी से गुजर रहा है। फिलहाल इसकी रफ्तार 25 किलोमीटर प्रति घंटा है लेकिन शुक्रवार रात तक इसके भयानक तूफान में बदलने की आशंका है, जब ये दक्षिणी बांग्लादेश के तट तक पहुंचेगा।
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दूसरी तरफ, श्रीलंका में रोनू से प्रभावित इलाको में राहत पहुंचाने के लिए भारतीय नौसेना के दो युद्धपोत श्रीलंका के लिए रवाना हो गए हैं। आईएनएस सतलज और सुनैना दवाइयां, कंबल, खाने का समान और पानी के अलावा जरूरत की सारी सामग्री लेकर शुक्रवार को रवाना हुए।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है। कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है। तटीय इलाकों में 80 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
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हालात को देखते हुए उड़ीसा को भी हाई एलर्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम बनाया गया है।