रमजान के पाक महीने में इजरायल सीजफायर के लिए तैयार हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्लान को स्वीकृति दे दी गई है, अभी तक हमास इस पर कोई जवाब नहीं दिया। इजरायल ने जानकारी दी है कि अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है, रमजान को देखते हुए फैसला हुआ है। इस सीजफायर का मतलब यह है कि इस पाक महीने में इजरायल गाजा में बमबारी नहीं करेगा। अभी तक हमास ने इस प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इजरायल में सीजफायर, यूक्रेन में क्या?
यहां पर समझने वाली बात यह है कि अभी स्थायी सीजफायर नहीं हुआ है, उसके लिए और ज्यादा वक्त चाहिए। लेकिन अभी अस्थायी सीजफायर जरूर चल रहा है, उसे ही रमजान के महीने में आगे बढ़ाने की बात हुई है। वैसे एक तरफ इजरायल और हमास के बीच समझौता होता दिख रहा है, तो दूसरी तरफ रूस-यूक्रेन में तल्खी बढ़ती जा रही है। कारण यह है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच में एक राय नहीं बन रही है।
जेलेंस्की-ट्रंप के बीच क्या हुआ?
शनिवार रात हुई एक बैठक में काफी बवाल देखने को मिला था। अब जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप चाहते थे कि जेलेंस्की के साथ हुई मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर कोई बड़ा फैसला हो जाए, किसी तरह के समझौते पर मुहर लग जाए। लेकिन ऐसा तो हुआ नहीं, इसके ऊपर रिश्ते और ज्यादा खराब हो गए। हालात ऐसे देखने को मिले कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने अधिकारियों को कहकर जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से बाहर करवा दिया। कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही ट्रंप और जेलेंस्की की मीटिंग खत्म हुई, उसके बाद जो लंच का आयोजन किया गया था, वह यूक्रेन के डेलिगेशन को दिया ही नहीं गया। उन्हें सीधे व्हाइट हाउस से जाने का फरमान मिला।
अभी के लिए जेलेंस्की फिर रिश्ते को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, उनका प्रयास है कि इस युद्ध के दौरान अमेरिका को साथ रखा जाए। लेकिन ट्रंप साफ कर चुके हैं कि समझौता यूक्रेन को करना पड़ेगा, यहां तक बोला गया है कि उन्हें उनकी खोई जमीन भी वापस नहीं मिलेगी। अगर इस सियासी लड़ाई की इनसाइड स्टोरी जाननी है तो तुरंत यहां क्लिक करें