ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति के पैर चूम लिए। विश्व में शांति के लिए एक उदाहरण पेश करते हुए पोप ने विपक्ष के नेताओं के भी पैर चूमे। दरअसल रोम में भेंट के दौरान सबसे पहले पोप ने राष्ट्रपति सल्वा कीर और उसके बाद विपक्ष के नेता रिएक मचार के पैर चूमे। नेताओं के झुककर पैर चूमने की पोप की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।
बता दें कि कीर और मचार एक दूसरे के विरोधी रह चुके हैं। दरअसल दक्षिण सूडान 2011 में सूडान से आजाद हुआ था लेकिन इसके 2 साल बाद सत्ता और विपक्ष के बीच भारी विद्रोह हुआ। जिसमें कई लाख लोग मारे गए। जिसके बाद दोनों नेताओं ने इथोपिया में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। लेकिन अबतक समझौते की बातों पर पूरी तरह से गौर नहीं किया गया है। शांति के प्रति दोनों नेताओं द्वारा ऐसी पहल देख अभिभूत हुए पोप ने शांति के प्रतीक के तौर पर ही इन नेताओं के पैर चूमे।
बता दें कि दोनों पक्षों के बीच विवाद की शुरूआत तब हुई थी जब सल्वा कीर ने रिएक मचार पर उनका तख्ता पलटने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। दक्षिण सूडान की उपराष्ट्रपति रबेका न्यानदेंग गरांग ने पोप के पैर चूमने को विश्व शांति के लिए अहम बताया है। उन्होंने कहा ‘पोप का इस तरह पैर चूमना एक अभूतपूर्व अहसास था।’
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार देखा गया जब पोप फ्रांसिस ने किसी के पैर चूमे हों। हालांकि इससे पहले कई ऐसे मौके देखने को मिले हैं जब पोप लोगों के पैर धोते हुए नजर आ चुके हैं।