रहस्यमय ‘प्लैनेट नाइन’ अगर अस्तित्व में होता है तो सूर्य के खत्म होने पर सौर प्रणाली खतरे में पड़ सकती है। ब्रिटेन के वारविक यूनिवर्सिटी के दमित्री वेराज ने प्लैनेट नाइन की मौजूदगी की खोज की। यह काल्पनिक ग्रह हमारी सौर व्यवस्था के बाहर हो सकता है और सूर्य के खात्मे के साथ कम-से-कम एक विशाल ग्रह के निष्कासन का कारक हो सकता है। करीब सात अरब वर्षों बाद जब सूर्य के खात्मे की शुरुआत होगी तो यह अपना आधा द्रव्यमान खुद से खत्म कर देगा और अंगारे यानी सफेद ड्वार्फ में परिवर्तित होने से पहले पृथ्वी को लील जायेगा।
इस क्रम में यह बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून को प्रभावित करेगा, जिसे अब तक सुरक्षित माना जाता रहा है। हालांकि वेरास के अनुसंधान में प्लैनेट नाइन के अस्तित्व से जुड़ी जो बात सामने आयी है, वो नयी कहानी भी कह सकती है। उन्होंने पाया कि संभव है कि प्लेनेट नाइन ऐसा ना भी करे।
