अटलांटिक महासागर में लापता हुई टाइटन पनडुब्बी में सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई है। ये सभी डूबे जहाज टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए गहरे समुद्र में गए थे। पनडुब्बी को ऑपरेटर करने वाला कंपनी ओशियनगेट एक्सपेडिशंस ने इस बात की पुष्टि की है और मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। 18 जून को ये लोग समुद्र में सफर पर निकले थे और पनडुब्बी के रवाना होने के 2 घंटे बाद ही इससे संपर्क टूट गया था।

एक दिन पहले कंपनी ने पनडुब्बी के लापता होने की दी थी जानकारी

मरने वालों में पायलट और 4 यात्री शामिल हैं। गुरुवार (22 जून, 2023) को ओशियनगेट एक्सपीडिशन कंपनी ने एक बयान में कहा था कि पनडुब्बी के पायलट और मुख्य कार्यकारी स्टॉकटन रश, यात्री शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट लापता हो गए हैं।

कल खत्म हो गई थी ऑक्सीजन की 96 घंटे की समयसीमा

पनडुब्बी में ऑक्सीजन उपलब्धता की समय सीमा 96 घंटे की थी, जो कल समाप्त हो गई थी। उत्तर अटलांटिक में अपनी यात्रा पर पनडुब्बी के रवाना होते समय चालक दल के पास सिर्फ चार दिन के लिए ही ऑक्सीजन थी। विशेषज्ञों ने कहा था कि यह एक अनुमान है और अगर पनडुब्बी में सवार लोग ऑक्सीजन संरक्षित करने के उपाय करते हैं तो यह समय सीमा बढ़ सकती है।

उन्होंने यह भी आशंका जताई थी कि यह भी मालूम नहीं है कि रविवार सुबह पनडुब्बी के लापता हो जाने के बाद से वे जीवित भी हैं, या नहीं। टाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा वाष्प इंजन चालित यात्री जहाज था। अप्रैल 1912 में अटलांटिक महासागर में अपनी पहली यात्रा पर रवाना होने के चार दिन बाद यह एक हिम शैल से टकराने के बाद डूब गया था। पिछले साल रोड आइलैंड के तट के पास इस जहाज का मलबा पाया गया था।

यात्रा का नेतृत्व कर रहे ओशियनगेट एक्सपेडिशंस 2021 से समुद्री यात्राओं के जरिए समुद्र के अंदर टाइटैनिक के आसपास के वातावरण का अध्ययन कर रहा है।