फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26/11 जैसा हमला हुआ है। भारतीय समय के अनुसार, आतंकियों ने शनिवार तड़के पेरिस में सात अलग-अलग जगहों पर हमला किए। आतंकियों ने कई जगहों पर सीरियल ब्लास्ट किए तो कई स्थानों पर अंधाधुंध फायरिंग भी कर बहुत से लोगों को बंधक बनाकर उनकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि हमलावरों में दो आत्मघाती भी थे, जिन्होंने स्टेडियम के पास खुद को उड़ा लिया। हमले में अभी तक 158 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि सैकड़ों गंभीर रूप से घायल हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 80 लोग तो सिर्फ बेतेक्लां कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले में ही मारे जा चुके हैं। यूरोपियन मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। कहा जा रहा है कि सीरिया में हो रहे हमलों का बदला लेने के लिए आईएसआईएस ने ये हमले कराए हैं।
हमले के बाद फ्रांस के पीएम फ्रांसुआ ओलांद ने जी-20 समिट का दौरा रद्द कर दिया है। फ्रांस में स्टेट ऑफ इमरजेंसी लागू कर दी गई है। पूरा यूरोप हाई अलर्ट पर है। फ्रांस के कमांडोज ने अब तक 5 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पेरिस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि, ‘फ्रांस में हुए हमले बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह मानवता पर हमला है। फ्रांस हमारा पुराना साथी है। इस दुख की घड़ी में हम उसके साथ खड़े हैं।’ वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘पेरिस में हुए हमले दुखद घटना है। इस घड़ी में हम फ्रांस के साथ खड़े हैं। हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि।’
News from Paris is anguishing & dreadful. Prayers with families of the deceased. We are united with people of France in this tragic hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2015
पेरिस पुलिस के मुताबिक, पहला धमाका रेस्टोरेंट और थियेटर में हुआ है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने फ्रांसीसी मीडिया के हवाले से बताया है कि दूसरा धमाका पेरिस के नेशनल फुटबाल स्टेडियत के पास भी हुआ, जहां पर फ्रांस और जर्मनी के बीच दोस्ताना फुटबॉल मैच चल रहा था। फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद और गृहमंत्री भी मैच देख रहे थे।
