भारतीय खुफिया सूत्रों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान रेंजर्स ने उरी हमले के बाद अपने उन अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं जिनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर और पंजाब से सटे भारत-पाकिस्तान सीमा पर है। भारतीय सेना की ओर से किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई की आशंका को देखते हुए पाकिस्तानी सेना ने ये कदम उठाया है। भारतीय सेना में पदस्थ एक उच्चाधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि लाहौर स्थित पाकिस्तान रेंजर्स के मुख्यालय ने उरी हमले के तुरंत बाद ऐसा निर्देश जारी किया है। अधिकारी ने बताया कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात पाक रेंजर्स की संख्या भी बढ़ा दी गई है। इतना ही नहीं जिन स्थानों पर पोस्टिंग खाली थी उसे भी तत्काल भर दिया गया है।

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खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाक रेंजर्स के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विंग कमांडर्स को भी अपने-अपने क्षेत्र में पोजिशन लेने को कहा गया है। विंग कमांडर्स को अपने-अपने इलाके में रात में भी रुकने को कहा गया है जबतक कि हेडक्वार्टर उन्हें स्थितियों का आकलन कर कोई नया आदेश न दे दे। अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी रेंजर्स में कई ऐसे पद हैं जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के लोगों को सीमा पार घुसपैठ कराने में मदद करते हैं। भारत में घुसपैठ कराने से पहले इन आतंकियों को सियालकोट में ऐसे अधिकारी एकत्र करते हैं और फिर उसे भारत के अलग-अलग इलाकों में घुसपैठ कराते हैं।

इधर, भारत-पाक सीमा पर तैनात बॉर्डर सिक्यूरिटी फोर्सेज (बीएसएफ) को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पंजाब से जम्मू तक भारत-पाक सीमा पर घुसपैठ की आशंका को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है। इसबीच, सेना के पश्चिमी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल सुरिन्दर सिंह ने जम्मू,कठुआ और सांबा सेक्टर में जवानों की तैनाती की समीक्षा की है।

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