भारतीय मूल की महिला डायने गुजराती को न्यूयॉर्क यूएस डिस्ट्रिक कोर्ट बेंच के जज के तौर पर नामित किया गया है। व्हाइट हाउस ने अपने आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि की। राष्ट्रपति ओबामा ने अपने बयान में कहा कि ‘ मुझे डायने गुजराती को यूएस डिस्ट्रिक कोर्ट बेंच के जज के तौर पर नामित करके बेहद खुशी हो रही है। मुझे उम्मीद है कि वे पूरी निष्ठा से अमेरिकी नागरिकों की सेवा करेंगी।’ 47 वर्षीय गुजराती अभी यूएस एटर्नी ऑफिस में चीफ ऑफ क्रिमिनल डिवीजन के तौर पर काम कर रही हैं। वे यूएस डिस्ट्रिक कोर्ट बेंच के फेडरल जज के तौर पर काम करेंगी। सीनेट की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही वे फेडरल जज का पद पा सकेंगी। डायने गुजराती दामोदर एम गुजराती की बेटी हैं। दामोदर वेस्ट प्वॉइंट पर यूएस मिलेट्री अकेडमी में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं। दामोदर ने 1960 में एम.कॉम की डिग्री बॉम्बे से हासिल की थी। इसके बाद 1965 में यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से पीएचडी की थी। डायने की मां रुथ पिंसस गुजराती एक जानी मानी फेडरल वकील हैं जो क्रिमिनल डिवीजन में 1999 से सहायक एटर्नी के तौर पर काम कर रही हैं। साल 2006 से 2008 तक डायने गुजराती डेप्यूटी चीफ ऑफ द अपील्स यूनिट इन द क्रिमिनल डिवीजन के तौर पर काम किया। उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत 1995-96 में लॉ क्लर्क के तौर पर की थी। गुजराती ने साल 1995 में येल लॉ स्कूल से अपना जेडी किया। इससे पहले साल 1990 में कोलंबिया यूनीवर्सिटी से स्नातक पूरा किया।
ओबामा के द्वारा डायने को संघीय जज के तौर पर नामित करने के बाद उनके जज बनने का रास्ता साफ हो गया है पर अभी भी पदग्रहण के लिए डायने को सीनेट की मंजूरी की जरूरत होगी।
भारतीय मूल की महिला अमेरिका में बन सकती है फेडरल जज, ओबामा ने किया नामित
भारतीय मूल की 47 वर्षीय डायने गुजराती न्यूयॉर्क में संघीय जज बन सकती हैं।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
वॉशिंगटन

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First published on: 14-09-2016 at 10:15 IST