नोबेल पुरस्कार सान डियेगो की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्रोफेसर रॉजर तासिन का निधन हो गया है। वह 64 वर्ष के थे। विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार (31 अगस्त) जारी वक्तव्य में बताया गया है कि साल 2008 में फ्लोरोसेंट मार्कर विकसित करने में सहयोग देने के लिए रसायन शास्त्र के नोबल पुरस्कार से सम्मानित त्सीन का निधन 24 अगस्त को ओरेगोन के यूजीन में हुआ। ये फ्लोरोसेंट मार्कर कैंसर कोशिकाओ का पता लगा सकते हैं और मस्तिष्क में एल्जाइमर रोग के बढ़ने का पता लगाते हैं।
सान डियेगो-ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार विश्वविद्यालय के चांसलर प्रदीप खोसला ने बताया, ‘रॉजर अद्भुत व्यक्ति थे। वे दुर्लभ प्रतिभा वाले थे जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता है।’ तासिन विश्वविद्यालय के सान डियेगो स्कूल ऑफ मेडिसीन में 27 साल तक औषधशास्त्र, रसायनशास्त्र और जैव रसायन के प्रोफेसर थे।
साल 2008 में उन्हें जेलीफिश से प्राप्त हरे फ्लोरोसेंट प्रोटीन का शोध के औजार के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए ओसामू शिमोमुरा और मार्टिन चेल्फी के साथ नोबल पुरस्कार मिला था। यह प्रोटीन मस्तिष्क की कोशिकाओं से लेकर बैक्टीरिया के संपर्क में आने पर चमक उठता है। न्यूयॉर्क में जन्मे तासिन ने आठ साल की आयु से ही रसायनशास्त्र के प्रयोग करने शुरू कर दिए थे। उन्होंने हार्वर्ड और कैंब्रिज से स्नातक की डिग्री ली।