नेपाल में आंदोलन कर रहे मधेशी समूह नई सरकार में शामिल नहीं होंगे लेकिन नए गठबंधन का समर्थन करेंगे। जातीय समूह के एक वरिष्ठ नेता ने यह बताया। यहां मीडिया से बात करते हुए सद्भावना पार्टी के सह अध्यक्ष लक्ष्मण लाल कर्ण ने बताया कि पार्टी नई सरकार में शामिल होने को इच्छुक नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से संविधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे यूनाइटेड डेमोक्रेटिक मधेशी फ्रंट नयी गठबंधन सरकार के निर्माण में मदद कर रहा है जिसमें संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस और सीपीएन माओइस्ट सेंटर है।
इस बीच, एक बार फिर नेपाल के सत्ता के खेल भारत को घसीटा गया । एक वरिष्ठ माओवादी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सीपीएन-यूएमएल उनकी पार्टी को राष्ट्रीयता का पाठ नहीं पढ़ाए। सीपीएन माओइस्ट सेंटर के वरिष्ठ नेता बार्शा मान पुन ने कहा, ‘सीपीएन-यूएमल को राष्ट्रीयता पर हमें सिखाने की जरूरत नहीं है।’