मुंबई आतंकवादी हमले के मुकदमे की सुनवाई कर रही एक आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) में अभियोजन के तीन गवाहों ने आज गवाही दी। उन्हें दो आरोपियों की शिनाख्त करने, बैंक लेन देन और सिंध स्थित जमात उद दावा (जेयूडी) के केंद्र को प्रमाणित करने के लिए अदालत में पेश किया गया। अभियोजन के वकीलों ने तीन गवाहों को अदालत में पेश किया जबकि चार अन्य के नाम वापस ले लिए।
इस्लामाबाद में एटीसी के सूत्र ने बताया कि अभियोजन ने गवाहों के रूप में जिन लोगों को पेश किया उनमें हमलावर इमरान बाबर का एक स्कूली शिक्षक, एक बैंक अधिकारी और सिंध के बादिन स्थित जेयूडी केंद्र का एक सुरक्षा गार्ड शामिल है।
यहां से करीब 350 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के मुल्तान जिले के शिक्षक ने बाबर का स्कूली रिकॉर्ड पेश किया जो नवंबर 2008 में हुए मुंबई हमले के 10 हमलावरों में शामिल था।
इससे पहले की सुनवाई के दौरान एक सरकारी चिकित्सक ने साहबुद्दीन के डीएनए नमूने पेश किए थे जिसे बाबर का पिता बताया गया था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुल्तान के एक बैंक अधिकारी ने यहां सात आरोपियों में शामिल युनूस अंजुम के 81,000 रुपये के वित्तीय लेन देन का रिकॉर्ड पेश किया।
तीसरा गवाह बादिन स्थित जेयूडी केंद्र का सुरक्षा गार्ड है, जिसने केंद्र के बारे में विस्तार से बताया।
बहरहाल, एटीसी इस्लामाबाद के न्यायाधीश कौसर अब्बास जैदी ने सुनवाई तीन दिसंबर तक के लिए मुल्तवी कर दी।