फ्रांस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें मोनालिसा की एक न्यूड पेंटिंग मिली है। वैज्ञानिकों ने रिपोर्ट में बताया है कि इस पेंटिंग को लिओनार्दो दा विंची ने ही बनाया है। इस पेंटिंग का नाम ‘मोना वना’ है और चारकोल ड्रॉइंग के जरिए इसका अध्ययन किया जा रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह एक न्यूड पेंटिंग है, जो मोनालिसा से काफी मिलती है। यह विशाल पेंटिंग 1862 से फ्रांस के चैंटिली महल के कॉन्डी म्यूजियम में रखी हुई है। इस पेंटिंग के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई है। जो इस बात के लिए शोध कर रहे हैं कि वाकई यह पेंटिंग मोनालिसा की है या नहीं। वैज्ञानिक इस तथ्य को भी जुटाने में लगे हुए हैं कि इस पेंटिंग को विंची ने बनाई है।

वैज्ञानिकों द्वारा पेंटिंग को कई तरह से स्कैन किया जा रहा है। इस पेंटिंग के लिए 10 से ज्यादा वैज्ञानिकों की टीम बनाई गई है। ये लोग 1 हफ्ते से अध्ययन कर रहे हैं। लगभग एक महीने की जांच के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि यह पेंटिंग अगर मोनालिसा की नहीं हुई तो भी यह कम से कम लिओनार्दो द्वारा बनाई गई लगती है।

एक निरीक्षक ने कहा, ‘पेंटिंग के हाथ और शरीर अद्भुत हैं। हम जिसकी जांच कर रहे हैं, वह मोनालिसा के समानांतर बनाई गई है। इसका शरीर लिओनार्दो के मास्टरपीस से काफी मिलता है।’ एक अन्य विशेषज्ञ ने बताया कि यह पेंटिंग लिओनार्दो के समय की है। अब तक की जांच से यह तो तय है कि यह पेंटिंग किसी अन्य पेंटिंग की प्रतिलिपि नहीं है। ये वैज्ञानिक फिलहाल यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह ड्रॉइंग मोनालिसा की पेंटिंग से पहले की है या फिर बाद की। बता दें कि मोनालिसा को रहस्मयी हंसी के लिए जाना जाता है। उनकी एक पेंटिंग 1503 ईं. के बाद की बनी हुई है।