ओबामा प्रशासन ने मारिजुआना को सबसे खतरनाक मादक पदार्थों की सूची में बनाए रखने का निर्णय लिया है। हालांकि दवा में इस्तेमाल के लिए इस पर और अधिक शोध करने की अनुमति दी गयी है। मारिजुआना की चिकित्सा क्षमता पर अनुंसधान को विस्तार देने का निर्णय इस मादक पदार्थ को एक हद तक कम नुकसान करने वाले मादक पदार्थ की श्रेणी में ले जाने के लिए किया गया है।

हेरोइन, पेयोटे और मारिजुआना सहित अन्य को शिड्यूल ‘एक’ मादक पदार्थ माना जाता है क्योंकि इनका कोई वैसा चिकित्सा उपयोग नहीं है जैसा कोकीन और ओपीएट का होता है हालांकि सामान्य स्थिति में इसका उपयोग गैरकानूनी है और इसे शिड्यूल दो मादक पदार्थ की श्रेणी में रखा गया है। ड्रग्स इनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के साथ एक लंबी समीक्षा और सलाह के बाद एजेंसी ने यह निर्णय लिया है। इसमें कहा गया है कि मारिजुआना के ‘दुरूपयोग की अत्यधिक संभावना है।’