पाकिस्तान में “ऑनर किलिंग” का एक अजीब मामला सामने आया है। अखबार “रोजनामा दुनिया” के अनुसार लाहौर के एक व्यक्ति ने पहले अपने बेटे, भतीजे और एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर अपनी बेटी की “इज्जत के लिए” हत्या कर दी और बाद में खुद समेत सभी आरोपियों को इस हत्या के लिए माफी भी दे दी। आरोपी फकीर मुहम्मद ने अपने बेटे मोहम्मद इलियास, भतीजे मोहम्मद ताहिर ने किरन बीबी और गुलाम अब्बास की साल 2014 में हत्या कर दी थी। फकीर मोहम्मद ने अदालत मे अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा था कि वो अपनी बेटी किरन का कानूनी वारिस है इसलिए वो खुद को और अपने बेटे और भतीजे को इस जुर्म के लिए माफ करता है।
अखबार के अनुसार फकीर मोहम्मद ने अदालत में कहा, “मरहूम किरन बीबी मेरी अपनी बेटी थी। हत्या के समय वो शादीशुदा नहीं थी। उसकी मां और मेरे सिवा उसका कोई दूसरा कानूनी वारिस नहीं है। मैं सभी आरोपियों को अल्लाह के नाम पर माफ करता हूं और मुझे उनके रिहा किए जाने पर कोई ऐतराज नहीं है। मैं क़िसास और दियात का हक भी छोड़ता हूं।” गुलाम अब्बास के रिश्तदारों ने भी तीनों आरोपियों को माफी दे दी।
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पाकिस्तान के किसास कानून के अनुसार जिस व्यक्ति की हत्या की गई है उसके रिश्तेदार हत्या के लिए आरोपियों को दियात (पैसे) लेकर या बिना लिए माफ कर सकते हैं। एक आरोपी द्वारा खुद को ही हत्या के लिए माफी दिए जाने को पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता कानून के संग किया गया भद्दा मजाक बता रहे हैं। मामले में सरकारी वकील ने अभियुक्तों के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात कही थी फिर भी अदालत ने मुकदमा रद्द कर दिया। हालांकि निचली अदालत के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार चाहे तो आगे अपील कर सकती है।
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पाकिस्तान में हर साल करीब 500 लोगों की “इज्जत के नाम पर” हत्या की जाती है। मारे जाने वालों में ज्यादातर महिलाएं होती हैं। ज्यादातर मामले में हत्या करने वाले लड़की के नजदीकी रिश्तेदार होते हैं, जिन्हें लगता है कि उनके बेटी ने उनके परिवार और समुदाय की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है।
