उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन के भाई की मौत के मामले में कूटनीतिक विवाद गहराने और जांच पर प्योंगयांग के ऊंगली उठाने के बाद मलेशिया ने उत्तर कोरिया के राजदूत को सोमवार (20 फरवरी) को तलब किया। उत्तर कोरिया के पांच लोगों को पिछले सप्ताह हवाई अड्डा पर किम जोंग-उन के भाई की हुई हत्या के मामले में पकड़ा गया है। इस पर प्योगयांग ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कुआलालंपुर पर ‘विरोधी ताकतों’ के साथ षडयंत्र रचकर उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि मलेशिया ने प्योंगयांग में अपने राजदूत और कुआलालंपुर में उत्तर कोरिया के राजदूत को तलब किया है। कुआलालंपुर ने उत्तर कोरिया के राजदूत के बयान को आधारहीन बताया है। बयान में कहा गया है कि मंत्रालय इस बात पर जोर देता है कि मौत मलेशिया की जमीन पर रहस्यमय परिस्थितियों में हुई है इसलिए मलेशिया की सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह मौत की वजह जानने के लिए जांच कराए।
यह विवाद उस समय पैदा हो गया जब मलेशिया की पुलिस ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई का शव सौंपने की उत्तर कोरिया के राजदूत की मांग को मानने से इंकार कर दिया था। ऐसा लगता है कि किम जोंग नाम की मौत कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर जहर देने के कारण हुई। उत्तर कोरिया के राजदूत कांग चोल ने पिछले सप्ताह मुर्दाघर के बाहर संवाददाताओं से कहा था कि मलेशिया दक्षिण कोरिया के दबाव में आकर अपने उत्तरी पड़ोसी को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर इस मौत के संबध में ऊंगली उठाते हुए कहा था कि नेता किम जोंग-उन ने अपने भाई को मारने का आदेश दिया था। पुलिस ने रविवार (19 फरवरी) को कहा था कि उनका विश्वास है कि उत्तर कोरिया के पांच लोग हत्या में शामिल हैं, जिनमें से चार हत्या के बाद मलेशिया छोड़कर उसी दिन चले गए थे। अधिकारियों ने कुआलालंपुर में रह रहे एक उत्तर कोरियाई व्यक्ति को, एक इंडोनेशियाई महिला को और उसके मलेशियाई मित्र तथा एक वियतनामी महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि पूछताछ के सिलसिले में तीन और उत्तर कोरियाई नागरिक वांछित हैं।

