नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने आज कहा कि पाकिस्तान के सैनिक स्कूल पर हमले को लेकर उनका ‘दिल दहल गया है।’

मलाला ने कहा कि वह और करोड़ों लोग तालिबान के हमले में बच्चों की मौत से शोकाकुल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस जघन्य और कायराना हरकत की निंदा करती हूं।’’

तालिबान के आतंकवादियों ने पहले मलाला को भी निशाना बनाया था, लेकिन वह हमले बच गई थीं।

पेशावर के वरसाक रोड स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में आज भारी हथियारों से लैस अरबी भाषी तालिबान आत्मघाती हमलावर घुस गए और फिर खुद को उड़ाने से पहले अंधाधुंध गोलीबारी की।

इस निर्मम आतंकवादी हमले में कम से कम 141 लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकांश छात्र हैं।