अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका अपनी नस्लीय मानसिकता से अभी तक नहीं उबरा है, यह देश के डीएनए में है। उन्होंने कहा है कि देश में नस्लवाद का इतिहास रहा है।

ओबामा ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि नस्लवाद को हम अभी तक खत्म नहीं कर पाए हैं। उन्होंने चाल्र्सटन के अश्वेत चर्च में हुए नस्लीय हमले को लेकर उठे विवाद के बीच यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि यह सिर्फ इसका मामला नहीं है कि किसी को सार्वजनिक तौर पर नीग्रो कहा गया। यह नस्लवाद को मापने का कोई पैमाना नहीं है।

यह खुलेआम भेदभाव का मामला भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां पर सवाल यह है कि हम अपनी सामान्य परंपराओं के जरिए एक ऐसा माध्यम तैयार करें जो 21 साल के बच्चे को कुछ गलत करने से रोके।

उन्होंने पिछले 200-300 सालों में जो हुआ, उसे समाज एक दिन में पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकता। ओबामा ने कहा कि हालांकि अमेरिका में नस्लवाद को लेकर नजरिए में महत्वपूर्ण बदलाव आया है।

उन्होंने अपना हवाला देते हुए कहा कि मैं एक श्वेत मां और अश्वेत पिता की संतान हूं और इस बदलाव को महसूस कर रहा हूं। पूरा बदलाव आने में समय लगेगा। राष्ट्रपति ने साक्षात्कार में बंदूक पर नियंत्रण की भी वकालत की।