लाओस के वांग विएंग में दूषित शराब पीने से एक ऑस्ट्रेलियाई किशोरी की मौत हो गई। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने इसे बेहद दुखद बताया है। घटना में ऑस्ट्रेलिया के अलावा एक अमेरिकी और दो डेनिश नागरिक की भी मौत हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया की 19 वर्षीय बियांका जोन्स को गंभीर हालत में थाईलैंड के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। उनकी दोस्त की अभी थाईलैंड के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
शराब में मेथनॉल मिले होने की पुष्टि
थाई अधिकारियों ने पुष्टि की है कि बियांका की मौत मेथनॉल जहर के कारण मस्तिष्क की सूजन से हुई। माना जा रहा है कि वांग विएंग के एक बार में मेथनॉल से दूषित शराब पीने से यह त्रासदी हुई। मेथनॉल, जो औद्योगिक अल्कोहल के रूप में इस्तेमाल होता है, शराब में मिलाए जाने पर गंभीर रूप से जहरीला और मौत का कारण बन सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने युवाओं को यात्रा के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में दूषित शराब पीने की घटनाएं आम होती जा रही हैं।
न्यूजीलैंड ने भी इस घटना में अपने एक नागरिक के बीमार होने की पुष्टि की है, जो संभवतः मेथनॉल जहर का शिकार हुआ है। डेनमार्क ने अपने दो नागरिकों की मौत की जानकारी दी है, हालांकि अधिक विवरण साझा नहीं किया। अमेरिकी विदेश विभाग ने भी एक अमेरिकी पर्यटक की मौत की पुष्टि करते हुए स्थानीय जांच में सहयोग की बात कही है।
घटना के बाद न्यूज़ीलैंड सरकार ने अपने यात्रियों को नई एडवायजरी जारी की है। उसमें खासकर कॉकटेल और स्पिरिट जैसी शराब से सावधान रहने की हिदायत दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को अनजाने स्रोतों से शराब लेने से बचना चाहिए।
प्रधानमंत्री अल्बानीस ने कहा कि बियांका की यात्रा एक खुशी का समय होना चाहिए था, लेकिन यह त्रासदी में बदल गई। उन्होंने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया और सभी युवाओं व उनके माता-पिता से सतर्क रहने की अपील की। यह घटना लाओस जैसे पर्यटन स्थलों में दूषित शराब के खतरों की गंभीरता को उजागर करती है।