खालिस्तानी समर्थक एक बार फिर कनाडा में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं। भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा के सरे में खालिस्तान समर्थकों का एक कथित वीडियो शेयर किया है। इसमें दावा किया गया है कि खालिस्तानी वहां हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में ट्रबल यानी परेशानी पैदा करना चाहते हैं। चंद्र आर्य ने एक्स पर जारी किए इस वीडियो में ट्रूडो सरकार से इस मामले में सख्त एक्शन की मांग की है।
चंद्र आर्य ने कहा कि कुछ रिपोर्टों की मानें तो पिछले हफ्ते खालिस्तान समर्थकों ने सरे में एक सिख गुरुद्वारे के बाहर एक सिख परिवार के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया। अब ऐसा प्रतीत होता है कि वही खालिस्तान समूह सरे में हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में परेशानी पैदा करना चाहता है। आर्य ने कहा कि ये सब भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किया जा रहा है। मैं फिर से कनाडाई अधिकारियों से हस्तक्षेप करने और कार्रवाई करने के लिए कह रहा हूं।’
बता दें कि कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमले का यह पहला मामला नहीं है। खालिस्तानी आतंकियों ने पहले भी ऐसी कई वारदातों को अंजाम दिया है। अप्रैल में कनाडा के ओंटारियो में विंडसर में भारत विरोधी भित्तिचित्रों (दीवार पर भारत विरोधी चित्र या लिखावट) के साथ बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इसके अलावा फरवरी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। जनवरी में ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर पर भारी विरोधी नारे लिखने की घटना भी सामने आई थी।
कौन हैं चंद्र आर्य?
चंद्र आर्या मूल रूप से कर्नाटक से हैं। वह कनाडा के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में नेपियन, ओंटारियो के चुनावी जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। आर्य ने अपनी बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज धारवाड़ से की। वह 2006 में कर्नाटक से कनाडा पहुंचे थे। वह इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके बाद वह राजनीति में आ गए।