अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक लग्जरी होटल में घुसे बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर एक विदेशी सहित कम से कम छह लोगों की हत्या कर दी। हमले के 12 घंटे के बाद सुरक्षा बलों ने इस पर पूरी तरह से काबू पा लिया। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने हमले के समाप्त होने की घोषणा करते हुए तोलो न्यूज को बताया कि अफगान सुरक्षाबलों की कार्रवाई में चार हमलावर मारे गए। इस दौरान होटल में फंसे लोगों को वहां से बच निकलने के प्रयास में बालकनी पर लटकते देखा गया।

वहीं गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नसरत रहीमी ने एएफपी से कहा, ‘‘पांच अफगानी और एक विदेशी नागरिक मारे गये हैं, साथ ही कम से कम 150 लोगों को वहां से सुरक्षित बचाया गया जिनमें 40 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘छठीं मंजिल से एक विदेशी महिला का शव बरामद किया गया है।’’ वहीं अफगानिस्तान खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि हमला अभी समाप्त नहीं हुआ है और हमलावर अब भी सुरक्षाबलों पर गोलियां चला रहे हैं। तोलो न्यूज पर दिखाई गई तस्वीरों में छह मंजिला इंटरकांटिनेंटल होटल के ऊपर गहरा काला धुआं और आग की लपटें दिखाई दे रही थीं।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात चार हमलावर होटल में घुस गए और उन्होंने लोगों पर गोलियां चलाईं और दर्जनों लोगों को बंधक बना लिया। अब तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले के वक्त होटल के अंदर कितने लोग मौजूद थे। रविवार को होने वाले सूचना प्रौद्योगिकी सम्मेलन में भाग लेने के लिये यहां आये कई लोग होटल में ठहरे थे। आईटी संगोष्ठी में भाग ले रहे अफगान टेलिकॉम रीजनल डायरेक्टर अजीज तैयब ने बताया कि जब वे होटल से बाहर निकल रहे थे उन्होंने हमलावरों को होटल में घुसते देखा था। स्थानीय निवासी अब्दुल सत्तार ने बताया कि उसने फोन से अपने कुछ मित्रों से बात की है जो होटल में शेफ और वेटर हैं।

उन्होंने एएफपी को बताया, ‘‘अचानक हमलावरों ने डिनर के लिए इकट्ठा हुए लोगों पर हमला किया, कमरों मे घुस गए , कुछ लोगों को बंधक बना लिया और कुछ पर गोलियां चलाईं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि होटल में प्रवेश करते वक्त हमलावरों के पास छोटे हथियार और रॉकेट से दागे जाने वाले ग्रेनेड थे। इस होटल में अक्सर शादी, सम्मेलन और राजनीतिक बैठकें होती हैं। इस होटल पर जून 2011 में भी हमला हो चुका है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।