कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदू ने भारतीय समुदाय के चार लोगों को अपनी कैबिनेट में शामिल किया है। यह भारतीय मूल के लोगों के लिए बड़ा क्षण है। त्रूदू की कैबिनेट में भारतीय मूल के तीन पुरुषों और एक महिला को स्थान दिया गया है। कनाडा की कैबिनेट में पहली बार महिलाओं को पुरुषों के बराबर की भागीदारी मिली है। कैबिनेट में 15 पुरुष और 15 महिलाएं मंत्री बनाई गई हैं। पिछले महीने हुए संसदीय चुनाव में भारतीय मूल के 19 लोग निर्वाचित हुए, जो अपने आप में एक रेकॉर्ड है।
कनाडा में 1997 में पहली बार कैबिनेट में हर्ब धालीवाल के रूप में किसी भारतीय मूल के व्यक्ति को शामिल किया गया। जीन क्रिस्टीन ने 1997 में धालीवाल को राजस्व मंत्री बनाया था। धालीवाल ने ‘वेंकुवर सन’ से कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। कैबिनेट से कनाडा के समाज की अभिव्यक्ति होती है और मुझे लगता है कि हमारे पास ऐसे लोगों का होना और हमारा मजबूत प्रतिनिधित्व होना उल्लेखनीय है।’
कनाडा के सशस्त्र बल में लेफ्टिनेंट कर्नल रह चुके हरजीत सज्जन को नया रक्षा मंत्री बनाया गया है। वे वेंकुवर दक्षिण से सांसद बने हैं। सज्जन ने बोस्निया में सैन्य सेवाएं देने के अलावा अफगानिस्तान में तीन तैनातियों के दौरान काम किया है। उन्हें बहुत से सैन्य सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें 2013 में मिला शौर्य सेना मेडल शामिल हैं। उन्हें कांधार प्रांत में तालिबान का प्रभाव कम करने पर इस सम्मान से नवाजा गया।
वाटरलू में जन्मे और यहीं पले बढ़े बरदीश चग्गर को लघु व्यापार और पर्यटन मंत्री बनाया गया है। उन्होंने कहा, ‘मैं इस नए मिशन को लेकर आशान्वित हूं। हम बेहतर कनाडा की दिशा में काम करने जा रहे हैं। मैं वाटरलू क्षेत्र के लिए काम करने को लेकर उत्सुक हूं।’
भारत में पैदा हुए 51 वर्षीय अमरजीत सोही को बुनियादी ढांचा और समुदाय मामलों का मंत्री बनाया है। 1981 में कनाडा आए सोही कभी एक बस चालक के तौर पर काम कर चुके हैं। सोही को 1988 में भारत में आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 1990 में रिहा किया गया और वह कनाडा वापस लौट आए। एडमोंटन-मिल वुड्स इलाके में कंजरवेटिव सरकार के मंत्री टिम उप्पल को मात्र 95 मतों से पराजित करने वाले सोही का कहना है, ‘मैं बहुत सम्मानित महसूस करता हूं।’
भारतीय मूल के 38 वर्षीय कनाडाई नवदीप बैंस को नवोन्मेष, विज्ञान एवं आर्थिक विकास मंत्री के तौर पर कैबिनेट में शामिल किया गया है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री उज्वल दोसांझ ने कहा कि वह नई कैबिनेट की विविधता और इसमें भारतीय मूल के लोगों की मौजूदगी से खासे प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा पहली बार हुआ है। कैबिनेट में इनकी (भारतीय मूल की) मौजूदगी कभी इतनी मजबूत नहीं रही। ब्रिटिश कोलंबिया में भी एक समय में तीन भारतीय मंत्री रहे हैं।’