अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया में हाल में हुए हमलों की निंदा की है और इस कम्युनिस्ट देश को और अलग थलग करने के लिए नए कड़े कदम उठाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर हुई बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी और जापान एवं दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने इस महीने की शुरूआत में जो परमाणु परीक्षण किया है, उसका जवाब दिया जाएगा।

केरी ने कल कहा कि अमेरिका जापान एवं दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर सुरक्षा संबंधी अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के प्रति संकल्पबद्ध हैं और वह उत्तर कोरिया के ‘‘भड़काउच्च्, दुस्साहसी व्यवहार पर’’ लगाम लगाने के लिए कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और अन्य देश ‘‘दुस्साहसी तानाशाह को यह स्पष्ट करेंगे कि वह अपने कृत्यों से जो कर रहे हैं, उससे उनका देश, उनके लोग अलग थलग पड़ रहे हैं और उनके लोग असल आर्थिक अवसरों से वंचित रह रहे हैं। केरी ने कहा, ‘‘वैश्विक समुदाय इससे भयभीत नहीं होगा और अपनी प्रतिबद्धताओं से पीछे नहीं हटेगा।’

दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री युन ब्युंग से ने केरी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि उत्तर कोरिया के मिसाइल एवं परमाणु परीक्षण दुनिया की सुरक्षा को खतरा हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक आंधी आती देख रहे हैं जो केवल पूर्वोत्तर एशिया में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर प्रभाव डालेगी।’’

जापान के विदेश मंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि एशिया में ‘‘मुश्किल’’ सुरक्षा माहौल के बीच क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए जापान एवं दक्षिण के बीच ‘‘दूरंदेशी’’ संबंध और अमेरिकी गठजोड़ आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उत्तर कोरिया को यह बताना होगा कि भड़काऊ कार्रवाई बार बार करने से वह अंंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अलग थलग पड़ जाएगा और उसके लोगों का भविष्य उज्ज्वल नहीं होगा।’’