इटली में निवासियों और बचाव दल के सदस्यों को शुक्रवार (26 अगस्त) को फिर भूकंप बाद के झटके महसूस हुए। वहीं दमकल कर्मियों द्वारा मलबे में से किसी जीवित को निकालने की उम्मीद धुंधली पड़नी शुरू हो गई हैं। भूकंप में मारे गए 267 में से कुछ का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाना है। सुबह छह बजकर 28 मिनट पर आए सबसे बड़े भूकंप बाद के झटके से अमात्रिस की कमजोर हो चुकी इमारतों में और दरारें आ गईं। अमेरिका भू वैज्ञानिक सेवा ने कहा कि जलजले की तीव्रता 4.7 थी जबकि इटली के भूभौतिकी संस्थान ने इसकी तीव्रता 4.8 मापी।

इटली के मध्य अपेनीनो माउंटेस भूकंपीय क्षेत्र में इस भूकंप बाद के झटके से पहले रातभर में एक दर्जन से ज्यादा झटके आए और इसके एक घंटे के बाद नौ अन्य झटके महसूस किए गए। बुधवार (24 अगस्त) को आए जलजले के बाद से दो दिनों में इस इलाके में करीब 1000 भूकंप बाद के झटके आ चुके हैं। रात भर बचाव का काम जारी रहा लेकिन मलबे में से एक दिन पहले आखिरी जीवित व्यक्ति को निकाला गया था।

वहीं प्रधानमंत्री मत्तेयो रेनजी ने बताया कि भूकंप आने के बाद से 215 लोगों को बचाया गया है। नागरिक सुरक्षा अधिकारी हताहतों की संख्या में अधिक बढ़ोतरी नहीं बता रहे हैं जो शुक्रवार को 267 रही। फिर भी नागरिक सुरक्षा अभियान के प्रमुख आई पोस्टिग्लिनो ने जोर देकर कहा कि जो लोग मलबे में फंसे हुए हैं उनकी तलाश के लिए बचाव प्रयास पूरी तरह से जारी रहेंगे। इतावली समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि जलजले में मारे गए कुछ लोगों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाना है।