तुर्की के इंस्तांबुल में भीड़ वाली एक जगह पर हुए एक आत्मघाती विस्फोट में मारे गए लोगों में दो अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। स्थानीय अधिकारियों और मीडिया ने बताया है कि शनिवार (19 मार्च) सुबह हुए बम विस्फोट में चार लोग मारे गए, जिनमें तीन इस्राइली नागरिक और एक ईरानी नागरिक शामिल हैं। हमले में 36 अन्य लोग घायल हुए हैं। अभी यह साफ नहीं है कि दोनों अमेरिकी नागरिकों के पास दोहरी नागरिकता थी या नहीं।
अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में बताया, ‘‘अमेरिका तुर्की के इस्तांबूल में हुए इस आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है।’’ उन्होंने पीड़ितों की शिनाख्त किए बगैर बताया, ‘‘इस जघन्य हमले में मारे गए लोगों में दो अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं और घायल लोगों की जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।’’
तुर्की में जुलाई से यह छठा बड़ा बम हमला है। हमले में बेहद भीड़ वाली सड़क इस्तिकलाल कद्देसी को निशाना बनाया गया जहां दुकानदारों, पर्यटकों और गाने बजाने वालों की गहमागहमी लगी रहती है। बहरहाल, सुबह जब बम हमलावर ने हमला किया तब यह इलाका अपेक्षाकृत शांत था।
अभी तक किसी भी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन सरकार समर्थक मीडिया ने इस हमले के लिए इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह पर आरोप मढ़ा है। हाल के महीनों में जनवरी में एक ब्लू मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले सहित तुर्की में हुए कई हमलों के लिए आईएस पर आरोप लगाया गया है। ब्लू मस्जिद पर हुए हमले में 12 जर्मन पर्यटकों की मौत हो गई थी।
प्राइस ने कहा, ‘‘तुर्की ने एक बार फिर भयानक आतंकवादी हमला झेला है और हम नाटो के अपने सहयोगी देशों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तुर्की में लगातार हो रहे इन हमलों को अवश्य खत्म किया जाना चाहिए।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग तुर्की अधिकारियों के साथ करीब से जुड़े हैं और आतंकवाद की बुराई से मुकाबले के लिए तुर्की के साथ डटकर पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं।’’
प्रिंस की इन टिप्पणियों का विदेश मंत्री जॉन किर्बी ने भी समर्थन किया। इससे पहले किर्बी ने बम हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘‘निंदनीय आतंकवादी हमला’’ करार दिया और तुर्की के साथ खड़े रहने का संकल्प जताया था।