Israel-Hamas Conflict Hindi: इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध के शुरू होने के बाद अब तक 1600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल के 900 से अधिक नागरिक मारे गए हैं वहीं फिलिस्तीन के 650 से अधिक नागरिक मारे गए हैं। पश्चिमी देश इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। वहीं यूके, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर इजरायल के लिए एकजुट समर्थन का ऐलान किया है। साथ ही इन नेताओं ने हमास की निंदा की है। यह बयान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और क्विंट अंतर्राष्ट्रीय संगठन वाले देशों के नेताओं के बीच एक कॉल के बाद जारी किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति, जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी क्विंट अंतर्राष्ट्रीय संगठन देशों की नेता हैं। वहीं इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि हालांकि इजरायल ने यह युद्ध शुरू नहीं किया है लेकिन इसे खत्म कर देगा। बेंजामिन नेतन्याहू की यह चेतावनी हमास की धमकी के बाद आई है। हमास ने धमकी दी थी कि जब भी इजरायल बिना किसी चेतावनी के फिलिस्तीनी घरों पर बमबारी करेगा तो वह एक इजरायली बंदी को मार डालेगा।
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फिलीस्तीन के राजदूत अलहैजा ने कहा कि भारत यूरोपीय देशों, अमेरिका, पश्चिम एशिया के देशों से संपर्क कर सकता है और शांति की दिशा में काम करने के लिए इजरायल पर “दबाव” बना सकता है, जिससे वह (इजराइल) अब तक इनकार करता रहा है। उन्होंने कहा, “भारत शुरू से जानता है कि फलस्तीनी मुद्दा क्या है; महात्मा गांधी के समय से। इसलिए, वे उस भूमिका को निभाने के लिए योग्य हैं, खासकर क्योंकि भारत दोनों (फलस्तीन और इजराइल) का मित्र है।”
शनिवार से गाजा से हमास आतंकवादियों द्वारा इजराइल के खिलाफ बहु-आयामी हमलों और उसके बाद इजरायली जवाबी कार्रवाई में पिछले चार दिनों में 1,600 से अधिक लोग मारे गए हैं। बढ़ते तनाव के मद्देनजर वैश्विक चिंताएं और मतभेद भी बढ़ गए हैं।
फलस्तीनी राजदूत अदनान अबु अलहैजा ने मंगलवार को कहा कि भारत इजरायल और फलस्तीन दोनों का एक “मित्र” है और वह तनाव कम करने की दिशा में काम करने और फलस्तीन मुद्दे के समाधान में योगदान देने में “सक्षम” है।
गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर इजराइल द्वारा लगातार की जा रही बमबारी के बीच वहां रह रहे भारतीयों को अपनी जान का डर सता रहा है। गाजा में अपने परिवार के साथ रह रही एक भारतीय महिला ने मंगलवार को युद्धग्रस्त हमास शासित इलाके से तत्काल सुरक्षित निकासी की मांग की। गाजा में रह रहीं लुबना नजीर शब्बू ने कहा, "बमबारी की आवाजें बहुत डरावनी होती हैं और पूरा घर हिल जाता है। यह बहुत ही भयावह स्थिति है।"
कांग्रेस ने अपनी कार्य समिति में इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर पारित प्रस्ताव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमले के बाद पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उस भाषण को भूल गई, जिसमें उन्होंने फलस्तीनी लोगों के अधिकारों की पैरवी की थी। पार्टी सांसद गौरव गोगोई ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा अपनी आंतरिक कलह और विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए फलस्तीन के विषय को लेकर उस पर हमले कर रही है।
गाजा पट्टी में रह रही एक भारतीय नागरिक लुबना नजीर ने बताया कि वहां के लोग एक क्रूर युद्ध का सामना कर रहे हैं क्योंकि सब कुछ बमबारी करके सेकंडों में नष्ट कर दिया जा रहा है। हम इस संघर्ष की कीमत चुका रहे हैं, हर जगह नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। मेरे दो परिवार हैं जो अपने घर छोड़ चुके हैं। मेरा घर अब उन्हें आश्रय दे रहा है क्योंकि उनके परिवार के 22 सदस्य एक ही हमले में मारे गए थे।
भारत में इजरायल के राजदूत नोर गिलोन ने X पर पोस्ट कर पीएम नरेंद्र मोदी और भारत को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "एक बार फिर धन्यवाद पीएम नरेंद्र मोदी जी। चूंकि हमें अपने भारतीय भाइयों और बहनों से बहुत अधिक समर्थन मिलता है, दुर्भाग्य से मैं आपमें से प्रत्येक को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देने में असमर्थ हूं। कृपया इसे हमारे सभी मित्रों के प्रति मेरी कृतज्ञता के रूप में स्वीकार करें।"
एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने कथित तौर पर गाजा पट्टी और मिस्त्र के बीच मौजूद क्रॉसिंग पर भी बम गिराए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह गाजा पट्टी से जमीन के जरिए निकलने का एकमात्र रास्ता है। यह क्रॉसिंग आज सुबह खुली थी लेकिन मिस्त्र के अधिकारियों ने गाजा के उन्हीं लोगों को आने दिया, जिनके पास वहां से निकलने की इजाजत थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट कर कहा, "मैं प्रधानमंत्री नेतन्याहू को उनके फोन कॉल और मौजूदा स्थिति पर अपडेट प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं। भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करता है।"
भारत में जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन ने कहा, "मैं पूरी तरह से स्तब्ध था और मैंने जो देखा उस पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा था। सोशल मीडिया पर हमें जो तस्वीरें देखनी पड़ीं वे बहुत भयानक थीं। इसलिए हम इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार में विश्वास करते हैं। हमारा मानना है कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है..."
भारत में जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन ने कहा कि हमने इसरायल में पिछले हफ्ते के आखिरी में जो देखा वह दिल दहला देने वाला और भयावह है। इज़रायली धरती पर हमास के हमले, लोगों की बेतरतीब हत्या... सैकड़ों से अधिक लोग मारे गए।
इजरायल में हमास के हमले के बाद से दुनियाभर में मौजूद इजरायल के लोग अपने देश लौट रहे हैं। इथोपिया के अदीस अबाबा हवाई अड्डे पर इरेज़ सेमरिया नाम के एक व्यक्ति ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि यह हमला अतीत में मिसाइल हमलों से अलग था। यह नागरिकों पर एक सीधा हमला था। वे महिलाओं और बच्चों को उनके बिस्तरों से खींच रहे थे। आमतौर पर वे PR को लेकर बहुत सचेत रहते हैं। यह आश्चर्य है कि उन्होंने खुद को इस तरह बेनकाब किया। पूरी तरह राक्षस, बचाव योग्य नहीं। वे शायद आसान टारगेट्स के पीछे जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने सेना को निशाना नहीं बनाया है। उन्होंने ज्यादातर नागरिकों को टारगेट किया।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि AI हमास से ज्यादा मानवीय है। उसके आतंकी इंसान नहीं हैं। वो दुष्ट, बर्बर, हत्यारे हैं।
अमेरिका ने इजरायल को आवश्यक हथियारों और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति शुरू कर दी है, जबकि पेंटागन यह पता लगाने के लिए अपने शस्त्रागारों का जायजा ले रहा है कि हमास के साथ युद्ध में इजरायल की मदद के लिए और क्या भेजा जा सकता है। रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सैन्य मदद के साथ विमानों ने इजराइल के लिए उड़ान भरी है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं स्पष्ट किया कि अमेरिका ने कौन-से हथियार इजराइल भेजे हैं।
palestinechronicle.com की रिपोर्ट के अनुसार, इजारयल की कैबिनेट ने डिफेंस मिनिस्ट के निवेदन पर रिजर्व फोर्स से 3,60,000 सैनिकों की भर्ती को मंजूरी दे दी है।
हमास से जारी युद्ध के बीच इजारयल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने IDF और अपनी सरकार के टॉप अधिकारियों और मंत्री के साथ बैठक की है। इससे पहले UN की रिलीफ एंड वर्क एजेंसी ने जानकारी दी कि गाजा पट्टी में 180000 लोग विस्थापित हुए हैं। अभी तक UNRWA स्कूलों में 137500 लोग शेल्टर ले चुके हैं।
इज़रायली सेना ने आज गाजा के 2 मिलियन से अधिक निवासियों को चेतावनी दी कि वे जब तक संभव हो राफा सीमा पार करके पड़ोसी देश मिस्र के लिए रवाना हो जाएं। इजरायल की ओर से कहा गया है कि गाजा सीमा सुरक्षित कर ली गई है और सोमवार से कोई घुसपैठ नहीं हुई है।
अपनी स्थापना के बाद से ही हमास ने घोषणा की है कि इज़राइल को अस्तित्व में रहने का कोई अधिकार नहीं है। वहीं हमास ने यह भी कहा कि कोई भी इज़रायली नागरिक उसके कब्जे में नहीं है। उसने कहा कि जो उसके कब्जे में हैं, वे इजरायल के सैनिक हैं।
इजराइल के साथ चल रहे संघर्ष के बीच फिलिस्तीन के समर्थन में परिसर में मार्च निकालने के लिए पुलिस ने सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के चार छात्रों पर मामला दर्ज किया था। सोशल मीडिया पर इसका काफी विरोध हुआ था।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने X पर पोस्ट कर कहा कि हमास के आतंकी इंसान नहीं हैं। इजरायल ने कहा कि हमास के आतंकी बर्बर, शैतान और हत्यारे हैं।
इजरायल ने हमास के 1500 से अधिक आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। इजरायली डिफेंस फोर्सज ने बताया कि उसने 1500 आतंकियों का खात्मा कर दिया है और उनके शव इजरायल में है।
अमेरिका ने एक बार फिर इजराइल का समर्थन करते हुए बयान जारी किया है। अमेरिका इजराइल को हर प्रकार की सैन्य मदद मुहैया कराएगा।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि इजराइल ने यह युद्ध शुरू नहीं किया है लेकिन इसे खत्म जरूर करेगा। बेंजामिन नेतन्याहू की यह चेतावनी हमास की धमकी के बाद आई है।
पश्चिमी देश इजराइल का समर्थन कर रहे हैं। क्विंट अंतर्राष्ट्रीय संगठन वाले देशों के नेताओं के बीच एक कॉल के बाद जारी किया गया। यूके, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर इज़राइल के लिए एकजुट समर्थन का ऐलान किया है। साथ ही इन नेताओं ने हमास की निंदा की है।
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में अब तक 1600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल के 900 से अधिक नागरिक मारे गए हैं वहीं फिलिस्तीन के 650 से अधिक नागरिक मारे गए हैं।
इजराइल और हमास के बीच युद्ध जारी है। पश्चिमी देश इजराइल का समर्थन कर रहे हैं। वहीं यूके, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर इज़राइल के लिए एकजुट समर्थन का ऐलान किया है। इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि हालांकि इजराइल ने यह युद्ध शुरू नहीं किया है लेकिन इसे खत्म कर देगा। बेंजामिन नेतन्याहू की यह चेतावनी हमास की धमकी के बाद आई है।