इजरायल ने लेबनान के साथ अमेरिका की मध्यस्थता में हुए सीजफायर समझौते को मंजूरी दे दी है, जिससे गाजा पट्टी में लगभग 14 महीने की लड़ाई खत्म होने की संभावना है। इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच मंगलवार को संघर्ष विराम को लेकर सहमति बनी। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हालांकि समझौते के बाद कहा कि अगर हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है और हमला करने की कोशिश करता है तो हम हमला करेंगे।

वहीं, दूसरी ओर युद्ध विराम समझौते की घोषणा के एक दिन बाद हिजबुल्लाह ने बुधवार को लड़ाकों सहित फिलिस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन जारी रखने का वचन दिया। समझौते की घोषणा के बाद अपने पहले बयान में हिजबुल्लाह के ऑपरेशन सेंटर ने युद्धविराम समझौते का कोई भी जिक्र करने से परहेज किया।

हिजबुल्लाह ने कहा, “ऑपरेशन सेंटर इस बात की पुष्टि करता है कि उसके लड़ाके इजरायली दुश्मन के हमलों और आक्रामकता का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार रहेंगे।” समूह ने आगे कहा कि इसके लड़ाके लेबनान की सीमाओं से परे इजरायली सेना की वापसी पर अपने हाथों को ट्रिगर पर रखते हुए नजर रखना जारी रखेंगे। इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, युद्धविराम समझौते के तहत 60 दिनों के भीतर दक्षिणी लेबनान से इज़रायली सैनिकों की वापसी होगी।

अमेरिका-फ्रांस की मध्यस्थता में हुआ इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर

अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता में हुए इस समझौते ने इजरायल और ईरान समर्थित उग्रवादी समूह के बीच पिछले कुछ सालों में सबसे घातक टकराव को समाप्त कर दिया। यह लड़ाई मुख्य तौर पर अक्टूबर, 2023 में इजरायल पर हमास के हमले से शुरू हुई थी। हालांकि, इजरायल गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है।

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क्या हैं इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच समझौते की शर्तें?

संघर्ष विराम समझौते के तहत प्रारंभिक दो महीने तक युद्ध रोकने की बात कही गई है। समझौते के अनुसार, हिजबुल्लाह को दक्षिणी लेबनान में हथियार डालने होंगे, जबकि इजराइली सैनिकों को सीमा पर अपने क्षेत्र में लौटना होगा। लेबनान के दक्षिणी हिस्से में लेबनान के हजारों अतिरिक्त सैनिक और संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक तैनात किए जाएंगे जबकि अमेरिका की अगुवाई वाली एक अंतरराष्ट्रीय समिति संघर्ष विराम समझौते के अनुपालन की निगरानी करेगी।

वहीं, इजरायल का कहना है कि अगर हिजबुल्लाह समझौते की शर्तों का उल्लंघन करता है तो वह उस पर हमला करने का अधिकार रखता है। नेतन्याहू ने गिनाए समझौते के तीन बड़े कारणपढ़ें पूरी खबर

यह संघर्ष विराम समझौता गाजा में लागू नहीं हुआ है, जहां हमास अब भी कई लोगों को बंदी बनाए हुए है। इजरायली सेना के एक प्रवक्ता अविचे अद्राई ने दक्षिणी लेबनान से विस्थापित लोगों को अभी घर नहीं लौटने की चेतावनी दी और कहा कि सेना अब भी वहां तैनात है। लेबनान की सेना ने भी विस्थापित लोगों से अग्रिम गांवों और शहरों में लौटने से बचने की अपील की है, जहां इजरायल की सेना अब भी मौजूद है। हालांकि, चेतावनी के बावजूद लेबनानी नागरिक दक्षिण की ओर लौटने लगे हैं।

(एपी के इनपुट के साथ)