इजरायल की ओर से लगातार जारी बमबारी के बीच लेबनान के लोग अब सुरक्षित स्थानों की तलाश में जुटे हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक एक लाख के करीब लोग सीरिया का रुख कर चुके हैं। लेबनानी लोगों को सीमा पार करके सीरिया जाते हुए कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। United Nations refugee agency (UNHCR) के मुताबिक शनिवार तक 100,000 से ज़्यादा लोग सीरिया पहुंच चुके हैं। इन लोगों में बड़ी तादाद सीरियाई लोगों की है। एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि 23 सितंबर से इजरायली सेना और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण लोगों के अपने घरों को छोड़कर जाने का सिलसिला जारी है।

गृहयुद्ध से बचकर 1.5 मिलियन सीरियाई लेबनान में रह रहे

लेबनान में लगभग 1.5 मिलियन सीरियाई लोग रहते हैं जो अपने देश में गृहयुद्ध से बचकर यहां आए थे।  शनिवार को इजरायली हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी । लेबनान की राजधानी बेरूत पर इजरायल द्वारा हवाई हमलों में मारे जाने की पुष्टि के बाद हिजबुल्लाह ने अपने नेता की मौत की पुष्टि की थी। 

दुनियाभर से यह मांग उठ रही है कि इजरायल सीज़फायर कर दे लेकिन इजरायल का अभियान अभी भी जारी  है, जिसके तहत सोमवार तक लेबनान में 700 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।

हिजबुल्लाह जमीनी हमले के लिए तैयार

हिजबुल्लाह के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह की इजरायली हमले में मौत के बाद हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने कहा कि हिजबुल्लाह किसी भी इजरायली हमले के लिए तैयार है। अगर इजरायल जमीनी हमला करता है तो भी हिजबुल्लाह हर तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही नई रणनीति के तहत अपने प्रमुख का ऐलान करेंगे।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हमलों में 105 लोग मारे गए हैं। इस दौरान ईरान की ओर से भी ताजा प्रतिक्रिया आई है, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल के किसी भी क्रिमिनल एक्ट को जवाब दिए बिना नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि “जो कोई भी ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ खड़ा होगा, उसे ईरान से जवाब मिलेगा।”