ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव के बीच ईरान के सुप्रीम लीडर ने ईरानी सेना के कमांडर को सम्मानित किया है। अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के एयरोस्पेस डिवीजन के कमांडर को पिछले हफ्ते इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमले के लिए शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया है।
कमांडर अमीर अली हाजीज़ादेह (Amir Ali Hajizadeh) को ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडरों की उपस्थिति में ईरान के सर्वोच्च नेता से ‘फ़तह’ पदक प्राप्त हुआ। यह पदक ईरान में सैन्य उपलब्धियों के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। इसे पहली बार 1980 के दशक में आठ साल के ईरान-इराक युद्ध के दौरान शुरू किया गया था और तब से इसे बहुत कम संख्या में सैन्य लीडर्स को दिया गया है।
अमीर अली को यह पदक शानदार ऑपरेशन “ट्रू प्रॉमिस” के कारण दिया गया। विजय पदक को इस्लाम के लड़ाकों के विजयी अभियानों और इन अभियानों के विजेताओं के प्रतीक के रूप में चुना गया है। पदक में तीन ताड़ के पत्ते और खोर्रमशहर ग्रैंड मस्जिद का गुंबद और इस्लामी गणतंत्र ईरान का झंडा शामिल है।
इजरायल अब ईरान पर हमला कर सकता है
इजरायल की ओर से लेबनान पर किए गए हमलों और हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्लाह की इन हमलों में मौत के बाद ईरान ने बीते दिनों इजरायल पर जमकर मिसाइल दागी थी। जिसके बाद यह संभावना बनी हुई है कि इजरायल अब ईरान पर हमला कर सकता है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बात कर कहा कि इजरायल पर किसी भी संभावित हथियार प्रतिबंध से ईरान और उसके सहयोगियों को ही फायदा होगा। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने पहले गाजा संघर्ष का राजनीतिक समाधान खोजने के प्रयास के तहत इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने का आह्वान किया था।
इजरायल-हमास युद्ध के एक साल
7 अक्तूबर, 2023 को इजरायल पर हमास की ओर से एक घातक हमला किया गया था जिसमें लगभाग 1200 लोग मारे गए और लगभग 250 बंधक बनाए गए थे। जिसके बाद से अब तक इजरायल पर गाजा पर लगातार हमले करता रहा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इन हमलों से लगभग 42,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और गाजा की लगभग पूरी 2.3 मिलियन आबादी विस्थापित हो गई है।