Israel Hezbollah War Updates: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच छिड़ी जंग में कई लोगों की मौत हो चुकी है। जिस तरह से हर बीतते दिन के साथ यह युद्ध विस्फोटक होता जा रहा है, पूरी दुनिया दहशत में है। लेकिन ना अभी हिजबुल्लाह झुकने की बात कर रहा है और ना ही इजरायल अपनी कार्रवाई में किसी भी तरह की नरमी दिखाने वाला है। इस वजह से ही हालात बिगड़ते जा रहे हैं और तनाव चरम पर पहुंच चुका है।
इजरायल के निशाने पर लेबनान की राजधानी बेरूत है जहां पर सबसे ज्यादा हमले देखने को मिले हैं। इसके ऊपर सिर्फ एक हफ्ते के अंदर में हिजबुल्लाह के सात बड़े कमांडरों को भी ढेर करने का काम हुआ है। ऐसे में आने वाले दिनों में यह युद्ध और भीषण रूप लेने की पूरी क्षमता रखता है।
ईरान की तरफ से इजरायल को धमकी दी गई है। दो टूक कहा गया है कि अगर ईरान की संप्रुभता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जाएगी, तो परिणाम भुगतने को तैयार रहना होगा। यहां तक कहा गया है कि ईरान ने कभी भी खोखले वादे नहीं किए हैं।
हिजबुल्लाह के उप प्रमुख ने जोर देकर कहा है कि अगर इजरायल अब ग्राउंड पर भी अटैक करने की रणनीति बनाएगा, तो उससे निपटने के लिए हिजबुल्लाह पूरी तरह तैयार है। यहां तक कहा गया है कि नए चीफ का ऐलान स्थिति को देखते हुए किया जाएगा।
नसरल्लाह की मौत को लेकर एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है। दावा हुआ है कि इजरायल ने जिस बम के जरिए हिजबुल्लाह के कमांडर को मार गिराया, वो अमेरिका में बनकर तैयार हुआ था। अमेरिका ने इसे लेकर कोई दावा नहीं किया है।
इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच जारी युद्ध को देखते हुए बड़े स्तर पर पलायन देखने को मिला है। यूएन ने एक जारी बयान में कहा गया है कि लेबनान से एक लाख से ज्यादा लोगों ने सीरिया का रुख किया है। इनमें से कई वो लोग हैं जो पहले सीरिया से जान बचाकर लेबनान आए थे।
हिजबुल्लाह के उप प्रमुख ने एक जारी बयान में कहा है कि इजरायल आम नागरिकों को मारकर नरसंहार करने का काम कर रहा है। उसे अमेरिका से भी पूरी सहायता मिल रही है। वित्तीय सुविधाएं भी अमेरिका उसे देने का काम कर रहा है।
इजरायल के लेबनान पर लगातार हमले जारी हैं। इस बीच सऊदी अरब की सरकार ने कहा है कि वो पूरी गंभीरता के साथ नजर बनाए हुए है और उसकी तरफ से लेबनान को जरूरी मेडिकल सुविधाएं दी जाएंगी। यहां तक कहा गया है कि लेबनान की संप्रभुता को बचाना काफी जरूरी है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री Anthony Albanese ने दो टूक बोला है कि उन्हें अपने देश में किसी भी तरह की कट्टरवादी विचारधारा नहीं चाहिए। यह बयान तब सामने आया है जब ऐसी खबर आई कि ऑस्ट्रेलिया में कुछ वीजा होल्डर्स ने नसरुल्लाह के समर्थन में रैली निकाली। इसके बाद ही कहा गया है कि ऐसे लोगों का वीजा कैंसिल किया जा सकता है।
फ्रांस के विदेश मंत्री Jean-Noel Barrot लेबनान पहुंच चुके हैं। उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नजीब मिकति से हुई है। बड़ी बात यह है कि युद्ध के बीच वे पहले विदेशी नेता हैं जो लेबनान पहुंचे हैं। उन्होंने इजरायली हमलों पर तुरंत रोक लगाने की अपील की है।
इजरायल की तरफ से सिर्फ लेबनान में हमले नहीं किए जा रहे हैं, अब यमन के साथ भी जंग छिड़ गई है। यमन के दो इलाकों में इजरायली एयरक्राफ्ट ने बम गिराए हैं। Ras Isa और Hodeidah इलाके में कार्रवाई हुई है जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई।