इजरायल के शहर तेल अवीव में स्थानीय लोगों ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच बंधकों/कैदियों की अदला-बदली के लिए इजरायल सरकार से आग्रह करते हुए एक प्रदर्शन किया है। तेल अवीव में बड़ी तादाद में लोग सड़कों पर जमा हुए। उनके हाथों में कुछ बैनर और पोस्टर थे। वह मांग कर रहे थे कि जिन लोगों को दोनों तरफ से बंधक बनाया गया है, उनकी अदला-बदली की जाए। छह दिन पहले शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक बड़ी तादाद में आम लोग मारे गए हैं और बंधक भी बनाए गए हैं।
फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली हवाई हमलों में आज कम से कम 151 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं। आज इजरायली बमबारी घंटों तक चलती रही है। एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को गाजा में बेकरी और किराने की दुकानों के बाहर लंबी कतारें दिखाई दीं। यहां के नागरिकों ने खंडहरों में रात बिताई, लगभग पूरी तरह से बिजली गुल होने के कारण अंधेरा रहा। इजरायल ने नए हवाई हमले शुरू किए हैं और कहा है कि वह संभावित जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है।
क्या मांग कर रहे तेल अवीव के लोग?
तेल अवीव में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा,”इजरायल सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए हमास से बात करनी चाहिए कि बंधक बनाई गई महिलाओं, बच्चों और नागरिकों को रिहा किया जाए।”
इजरायल पर हमले के दौरान हमास द्वारा लगभग 150 लोगों को पकड़ लिया गया था। जिसके बाद इजरायल ने तुरंत गाजा पर युद्ध की घोषणा कर दी थी।
इस ही तरह दावा यह भी किया जा रहा है कि इजरायल ने बड़ी तादाद में फिलिस्तीन के लोगों को बंधक बनाया हुआ है। ईरान के विदेश मंत्री ने इजराइल पर गाजा पर घेराबंदी करके “नरसंहार” करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ईरान ने इस्लामिक देशों को एक साथ आकर फिलिस्तीन का समर्थन करने का पैगाम भी भेजा है।