Israel Hamas War News: इजरायल ने गाजा में हमास के आतंकियों के ठिकानों पर हमला और तेज कर दिया है। UN की तरफ से जानकारी दी गई है कि इजरायल ने उत्तरी गाजा में 11 लाख लोगों को स्थान छोड़ने का आदेश दिया है। UN के एक प्रवक्ता ने बताया कि इजरायल की सेना ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया है। UN के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस आदेश से ‘विनाशकारी मानवीय परिणाम’ सामने आने का खतरा है। यह आदेश ऐसे वक्त आया है जब इजरायल ने हमास के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई तेज की है। इस आदेश का मतलब यह हो सकता है कि जमीनी हमले तेज किए जा सकते हैं, हालांकि इजरायल की सेना ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। बीते गुरुवार को सेना ने कहा था कि वह जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है लेकिन इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने जुमे की नमाज़ के बाद फलस्तीनियों के लिए दुआ और इज़रायल के लिए बददुआ करवाई। मौलाना ने नमाज़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा, ''अंतरराष्ट्रीय शक्तियों और मानवाधिकार संगठनों को पहले यह देखना चाहिए कि आज फ़लस्तीनी आखिर क्यों लड़ रहे हैं? सभी मानवाधिकार संगठन और संयुक्त राष्ट्र औपनिवेशिक शक्तियों के हाथों का खिलौने हैं। उन्होंने आज तक शांति स्थापित करने और फलस्तीन की समस्या को हल करने के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाया है।"
उन्होंने कहा, ''इजरायल अमेरिका जैसे तानाशाह के समर्थन पर निर्भर और क़ायम है लेकिन दुनिया इस पर खामोश है। जब तक फलस्तीनियों को उनका अधिकार नहीं दिया जाता तब तक यह समस्या हल नहीं हो सकती।’’ मौलाना ने कहा, "इज़रायल ने गाज़ा के लोगों के लिए पानी बंद कर दिया, बिजली आपूर्ति रोक दी। अस्पताल घायलों से भरे हुए हैं। बच्चे और महिलाएं मारे जा रहे हैं। खाने पीने की चीज़ों की कमी है, क्योंकि जिन मार्गों से गाज़ा तक रसद पहुंचती है, उन्हें बंद कर दिया गया है। क्या यह ज़ुल्म नहीं है?''
लखनऊ में सुन्नी और शिया मुसलमानों ने जुमे की नमाज के बाद फलस्तीन में अमन के लिए खास दुआ की और भारत सरकार से हस्तक्षेप करके समस्या का समाधान निकालने की मांग की। फलस्तीन पर इजरायल की ओर से हमला किया जा रहा है। मजलिस—ए—उलमा—ए—हिन्द के नेतृत्व में लखनऊ की जामा आसिफ़ी मस्जिद में जुमे की नमाज़ के बाद फ़लस्तीन में जारी इजरायल के हमलों के प्रभावित लोगों के समर्थन और 'ज़ालिमों' के खिलाफ 'यौम—ए—दुआ' का आयोजन किया गया।
टॉइम्स ऑफ इजरायल की खबर के मुताबिक, गाजा पट्टी के पास स्थित इजरायल के शह बेनी नेटज़ारिम में संदिग्ध ड्रोन घुसपैठ की चेतावनी जारी की गई है। हमास की तरफ से दावा किया गया है कि उन्होंने युद्ध के दौरान इजरायल में कई ड्रोन लॉन्च किए हैं।
UT लद्दाख में करगिल शहर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया।
इजरायल के डिफेंस मंत्री योव गैलेंट ने अमेरिका के लिए उनके रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के सामने कहा कि जब आपने कहा कि आप इज़रायल के साथ खड़े हैं, तो आपने दिखाया। आप यहां हमारे साथ खड़े हैं। आपने हमें दिखाया है कि सहयोगी होने का क्या मतलब है। दोस्त बनो, भाई बनो... मैंने सचिव को हमारे क्षेत्र में रणनीतिक विकास के बारे में जानकारी दी और चीफ ऑफ स्टाफ ने आईडीएफ नेतृत्व के साथ मिलकर हमारे विदेशी बिजली संचालन को साझा किया। यह स्वतंत्रता और मूल्यों पर युद्ध है, और हम अग्रिम पंक्ति में हैं . हम लड़ते रहेंगे और हम यह युद्ध जीतेंगे।
कनाडा ने एकबार फिर से खुद को इजरायल के समर्थन में होने की बात कही है। कनाडा के विदेश मंत्री शुक्रवार अपने देश के समर्थन की पुष्टि करने और हमास के हमले के मद्देनजर मानवीय सहायता और अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को इज़रायल के लिए रवाना हुईं।
अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन शुक्रवार को इजराइल के वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए इजरायली शहर तेल अवीव पहुंचे और अमेरिका द्वारा दिए गए हथियारों और सुरक्षा सहायता को देखा। अमेरिका ने ये हथियार उग्रवादी समूह हमास से लड़ाई के पहले सप्ताह में त्वरित सहायता के तौर पर इजरायल को दिए हैं। ऑस्टिन अमेरिका के दूसरे शीर्ष अधिक हैं जो गत दो दिन में इजरायल पहुंचे हैं। वह NATO के रक्षामंत्रियों की ब्रसेल्स में हुई बैठक के बाद सीधे तेल अवीव पहुंचे।
इजरायल औऱ हमास के बीच शुरू हुए युद्ध के बाद आज पहला जुमा है। आज दुनियाभर की मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए जमा हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों में रोष देखने को मिला। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की एक मस्जिद में मौलवी ने खुदा से फिलिस्तीन की मदद और इजरायल को बर्बाद करने की दुआ की।

अंतरराष्ट्रीय सहायता समूह चेतावनी दे रहे हैं कि वे गाजा पट्टी में लोगों को भोजन और अन्य बुनियादी सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं और एक "गंभीर" मानवीय संकट बदतर होने जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय सहायता समूह गाजा में लगभग 63 प्रतिशत लोगों को भोजन और सहायता के अन्य साधन प्रदान करते हैं। इज़रायल ने 10 अक्टूबर, 2023 को गाजा के 23 लाख निवासियों को भोजन, ईंधन और अन्य आपूर्ति की अनुमति देना बंद कर दिया और कथित तौर पर जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है।
तुर्किये के राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इजरायल - हमास युद्ध में मानवीय स्थिति पर चर्चा की। एर्दोगान ने फ्रांस के राष्ट्रपति से कहा कि गाजा में हो रहा मानवाधिकार उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और पश्चिमी देशों को इसपर टेंशन कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
गाजा में जारी इजरायली एक्शन के बीच फिलिस्तीन के हेल्थ मिनिस्टर माई अल-कैला ने एक बयान में दुनिया के सभी देशों और मानवाधिकार समूहों से अवरुद्ध फिलिस्तीनी क्षेत्र में चिकित्सा और आपातकालीन सहायता के लिए तुरंत प्रवेश में मदद करने का निवेदन किया है।
इजरायल के एक नागरिक गिली ने न्यूज एजेसी ANI से बातचीत में हमास के आंतकियों द्वारा की गई बर्बरता के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "मेरी बहन अपने पति के साथ अपने परिवार से मिलने के लिए आई थी। उसे उसके घर से अगवा कर गाजा की तरफ कार में ले जाया गया। उन्हें किडनैप किया गया है। पिछले 5 दिनों में हम उन्हें ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं। शायद उन्हें गाजा में बंधक बना कर रखा गया है। किबुत्ज़ बेरी में हुए सबसे अमानवीय नरसंहार को बढ़ाने के लिए 100 से अधिक बंधकों को अमानवीय तरीके से गाजा ले जाया गया है। मेरी बहन को मेरा संदेश है कि हम उसे वापस लाएंगे। मुझे लगता है कि वह जानती है कि हम मजबूत हैं...
IDF ने X के जरिए जानकारी दी है कि हमास की तरफ से किए गए हमलों में अब तक 1300 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है। 3200 से ज्यादा इजरायली नागरिक घायल हो चुके हैं। गाजा की तरफ से हमास ने इजरायल की सीमा में 6000 से ज्याद रॉकेट फायर किए हैं। इनमें से 2687 टारगेट हिट हुए हैं।
टॉइम्स ऑफ इजरायल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग में इजरायल के दुतावास के एक कर्मचारी पर अटैक किया गया है। इस डिप्लोमेट को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा है। इजरायल के विदेश मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी गई है। डिप्लोमेट का हालत स्थिर है। मंत्रालय ने बताया कि हमले की वजह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
भारत में भी इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर प्रतिक्रिया आ रही हैं। इसी कड़ी में हैदाराबाद में फिलिस्तीन के समर्थन में एक प्रदर्शन किया गया।
टॉइम्स आफ इजरायल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने दावा किया है कि उसके द्वारा बंधक बनाए गए 13 लोग इजरायल की एयर स्ट्राइक में मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने P20 समिट के उद्घाटन सत्र के दौरान कहा कि आज दुनिया जो संघर्ष और टकराव का सामना कर रही है, उनसे किसी को कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बंटी हुई दुनिया मानवता के समक्ष मौजूद चुनौतियों का कोई समाधान नहीं तलाश सकती।
IDF ने X कर जानकारी दी कि उसने गाजा शहर के सभी नागरिकों को उनके घरों से दक्षिण की ओर निकलने और वाडी गाजा के दक्षिण क्षेत्र में जाने के लिए कहा है। IDF ने कहा कि हमास ने इजरायल और गाजा सिटी के खिलाफ युद्ध छेड़ा है, जहां मिलिट्री ऑपरेशन चल रहा है। उसने नागरिकों के लिए सेफ्टी के लिए उन्हें इलाका खाली करने के लिए कहा है।
इजरायल से आए भारतीयों के पहले जत्थे में शामिल पश्चिम बंगाल की निवासी दुती बनर्जी ने कहा कि वहां स्थिति काफी खराब और अस्थिर है। उन्होंने कहा, ''सामान्य जीवन मानो ठहर सा गया है। लोग डरे हुए हैं और गुस्से में हैं। यहां तक कि जब मैं आ रही थी तो मैंने सायरन की आवाजें सुनीं और मुझे शिविर में भी जाना पड़ा।''
पश्चिम बंगाल के निवासी और इजरायल के बीरशेबा में ‘बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ द नेगेव’ में पीएचडी के प्रथम वर्ष के छात्र सुपर्नो घोष विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे भारतीय समूह का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, ''हम अस्थायी शिविरों में थे। इजराइली सरकार ने हर जगह शिविर बनाए हुए थे, इसलिए हम सुरक्षित थे।''
छात्र दीपक ने बताया, "हमने शनिवार को सायरन की आवाजें सुनीं। जब हमले होते थे हम आवाज सुन सकते थे। इजराइली अधिकारी हमें एहतियात बरतने के दिशा-निर्देश दे रहे थे। लगातार हमले हो रहे थे। मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं लेकिन वहां (इजराइल) फंसे हमारे दोस्तों के लिए दुखी भी हूं।"
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा था कि इजरायल में फिलहाल करीब 18 हजार भारतीय जबकि वेस्ट बैंक में करीब एक दर्जन और गाजा में तीन से चार भारतीय रह रहे हैं।
इजरायल में 2019 से रह रहे शोधकर्ता शाश्वत सिंह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली पहुंचे। उन्होंने बताया, ‘‘हम हवाई हमले की सूचना देने वाले सायरन की आवाज सुनकर उठे। हम मध्य इजराइल में रहते हैं। मुझे नहीं पता कि ये संघर्ष क्या रूप लेगा...मैं वहां कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कर रहा हूं।''
उन्होंने कहा, ''भारतीयों को सुरक्षित निकालना एक सराहनीय कदम है। हमें उम्मीद है कि शांति बहाल होगी और हम काम पर वापस लौटेंगे। भारत सरकार ईमेल के माध्यम से हमारे संपर्क में थी। हम प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी और इजराइल में भारतीय दूतावास के आभारी हैं।''
इजरायल से छात्रों सहित करीब 200 भारतीयों का पहला जत्था एक चार्टेड विमान से शुक्रवार तड़के दिल्ली पहुंच गया। हमास आतंकवादियों द्वारा पिछले शनिवार को इजरायल पर हमलों के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था, जिसके परिणामस्वरूप स्वदेश वापसी के इच्छुक लोगों को वापस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों का स्वागत किया। उन्होंने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और उनमें से कुछ लोगों से हाथ मिलाते हुए कहा 'वेलकम होम'।
हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद से यहूदी विरोधी घटनाओं के बढ़ने के मद्देनजर फ्रांस के गृह मंत्री ने स्थानीय अधिकारियों को सभी फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांसीसी लोगों से आग्रह किया है कि वे पश्चिम एशिया में चल रहे युद्ध का असर अपने देश पर नहीं पड़ने दें।