इजरायल और हमास के बीच में जारी युद्ध और ज्यादा विस्फोटक बन गया है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि अभी तक हजारों मासूमों की जान जा चुकी है। चिंता की बात ये है कि अब इस युद्ध की चपेट में वो अस्पताल भी आने लगे हैं जहां पर मरीजों का इलाज चलता है। इसी कड़ी में हमास ने एक बड़ा दावा कर दिया है। उसकी तरफ से कहा गया है कि इजरायल ने गाजा में एक अस्पताल पर एयरस्ट्राइक कर दी।

अस्पताल पर हो रही एयरस्ट्राइक!

हमास का आरोप है कि इजरायल ने गाजा के एक अस्पताल पर एयकस्ट्राइक की है। इस अस्पताल का नाम अल अहली है जहां पर युद्ध के बीच कई लोगों ने शरण ले रखी थी। बताया जा रहा है कि जब से ये युद्ध शुरू हुआ है, लोगों ने जान बचाने के लिए अस्पतालों में ही छिपना बेहतर समझा है। तर्क ये दिया गया है कि युद्ध के दौरान भी अस्पताल निशाने पर नहीं आते हैं। लेकिन अगर हमास का आरोप सही निकलता है तो इजरायल का साल 2008 के बाद ये सबसे घातक हमला माना जाएगा।

जानकारी मिल रही है कि अस्पताल में आग लग चुकी है, कई शीशे टूटे हुए हैं और शव जगह-जगह बिखरे हुए हैं। अभी तक इस हमले की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि अस्पताल पर एयरस्ट्राइक से बड़ा नुकसान हुआ है। अभी तक इजरायल ने इस आरोप पर कोई सफाई पेश नहीं की है। वैसे इस समय इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू अपनी नीतियों की वजह से पहले ही सवालों में चल रहे हैं।

नेतनयाहू को किससे पड़ी फटकार?

एनडीटीवी से बात करते हुए इजरायल के पूर्व पीएम Ehud Olmert ने दो टूक कहा है कि हमास जो इतना ताकतवर बन गया है, उसके लिए पूरी तरह नेतनयाहू जिम्मेदार हैं। इंटरव्यू के दौरान पूर्व पीएम ने कहा कि हमास जो इतना ताकतवर दिख रहा है, उसके लिए नेतनयाहू ही जिम्मेदार हैं। इस समय इजरायल के ही 80 फीसदी लोग उन्हें सत्ता से हटाना चाहते हैं। पूर्व पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि पहले इजरायल को जिन फिलिस्तीनियों का सामना करना पड़ता था, वो ज्यादा कट्टर नहीं थे, लेकिन नेतनयाहू की नीतियों ने हमास जैसे संगठन को जन्म दे दिया।