इजरायल-हमास के बीच 7 अक्तूबर से शुरू हुआ संघर्ष अभी भी नहीं थमा है। गाजा में मरने वाले आम नागरिकों की तादाद 5 हजार से ऊपर पहुंच गई है। इजरायल में यह आंकड़ा 1400 के करीब है। इस मामले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद ब्रिटेन के राष्ट्रपति ऋषि सुनक ने भी इजरायल को पूरा समर्थन दिया हुआ है। ऋषि सुनक ने हमास पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं है जिसमें उन्हें गाजा या किसी अन्य फिलिस्तीनी क्षेत्र को नियंत्रित करने की अनुमति दी जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि यूके की खुफिया जानकारी के मुताबिक अल-अहली अस्पताल में विस्फोट एक मिसाइल के कारण हुआ था जो गाजा से इजरायल की ओर लॉन्च की गई थी, उन्होंने यह भी कहा कि घटना की गलत रिपोर्टिंग से क्षेत्र में बहुत खराब प्रभाव पड़ा है।
पेंटागन ने शहरी युद्ध में पारंगत एक मरीन कोर के जनरल समेत सैन्य सलाहकारों को इजराइल की युद्ध योजना में उसकी सहायता करने के लिए भेजा है। इसके अलावा पश्चिम एशिया में कई अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणालियों को भी तेजी से भेजा जा रहा है। अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि इस सहायता अभियान का नेतृत्व मरीन कोर के लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स ग्लिन कर रहे हैं। इससे पहले ग्लिन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ विशेष अभियान बलों का नेतृत्व करने में मदद कर चुके हैं।
इजरायल की ओर से देर रात हमास पर भीषण हमला किया गया है। इजरायल की सेना ने दावा किया है कि हमाल के 400 से अधिक ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए गए हैं। हमास की ओर से कहा गया है कि इन हमलों में 140 लोग मारे गए हैं।
इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर भीषण हमला किया गया है। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के गई ठिकानों पर बमबारी की है। यह बमबारी ऐसे समय में की गई है जब इजरायल ने अमेरिका के दो लोगों को रिहा किया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल की कुछ कार्रवाइयां, जैसे गाजा के लिए भोजन और पानी में कटौती फिलिस्तीनी रवैये को बदल सकती है और इसे सख्त कर सकती है। ओबामा ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई इजरायल के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कमजोर कर सकती हैं। सक्रिय विदेश नीति संकट पर दुर्लभ टिप्पणियों में ओबामा ने कहा कि कोई भी इजरायली सैन्य रणनीति जो युद्ध की मानवीय नुकसानों को नजरअंदाज करती है ‘अंतत: उसका उल्टा असर हो सकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इजरायल पहुंचे हैं। तेल अवीव पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया।