Israel-Hamas Ceasefire Deal: इजरायल ने बीते डेढ़ सालों से हमास के साथ में भीषण युद्ध लड़ा है। इस जंग में करीब 46 हजार लोगों की जान चली गई है। इसके बाद अब सीजफायर लागू हो गया है, लेकिन इजरायल को इसमें अपने कैदियों के बदले बेहद ही मुश्किल डील करनी पड़ी है। मिस्र और इजरायल के सूत्रों ने एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स को बताया कि हमास चार बंधकों के शवों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल लगभग 600 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे हैं।

इजरायली सरकार ने उनकी रिहाई में कई दिनों तक देरी की थी, जिसे हमास ने सीजफायर की शर्तों का उल्लंघन बताया था। अगर इस प्रस्ताव पर अमल नहीं किया गया तो अगले राउंड का सीजफायर काफी मुश्किल होगा। हमास के प्रवक्ता ने बताया कि जैसे ही इजरायल की तरफ से 600 कैदियों को छोड़ दिया जाएगा वैसे ही अगले दिन चार कैदियों के शव वह सौंप देगा।

बंधकों की रिहाई पर विवाद

इजरायल और हमास ने कहा था 4 शवों को सौंपने के लिए पहले ही करार हो चुका है, लेकिन अभी तक इस पर कुछ भी नहीं हुआ। हमास की तरफ से जब भी इजरायली कैदियों को छोड़ा जाता है तो उस दौरान बड़े पैमाने पर भीड़ इकट्ठा की जाती है। भीड़ से कैदियों को अभिवादन करने के लिए मजबूर किया जाता है। इजरायल ने इस व्यवहार का विरोध करने के लिए कैदियों की रिहाई को स्थगित कर दिया। अब हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बार बिना किसी सार्वजनिक समारोह के यह किया जाएगा।

युद्ध विराम से दुनिया में शांति की उम्मीद

तीन चरणों में होगा युद्ध विराम

इजराइल और हमास ने 19 जनवरी 2025 को युद्ध विराम पर सहमति जताई, जिससे करीब 15 महीने से चल रही लड़ाई पर विराम लग जाएगा। तीन चरणों वाले युद्ध विराम का पहला चरण 1 मार्च को खत्म होने वाला है। इजरायल और हमास ने शुरुआती छह हफ्ते के युद्ध विराम समझौते की शर्तों का बड़े पैमाने पर पालन किया है, बावजूद इसके कि दोनों पक्षों ने उल्लंघन का दावा किया है। इजरायल ने बंधकों के बदले में इजरायली जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया व गाजा पट्टी में ह्यूमन ऐड बढ़ा दी है। जानें सीजफायर के लिए किन शर्तों पर इजरायल और हमास में बनी बात पढ़ें पूरी खबर…