भारत इजरायल के संबंधों पर चर्चा करते हुए नव नियुक्त इजरायली राजदूत रूवेन अजार (Reuven Azar) ने कहा कि यह भारत को तय करना है कि वह गाजा युद्ध को हल करने में किस हद तक शामिल होना चाहता है।
द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अजार ने कहा, “हम तेल अवीव क्षेत्र में 100 किलोमीटर का मेट्रो सिस्टम बनाना चाहते हैं, हम अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करना चाहते हैं जिनके पास अच्छी क्वालिटी और कम बजट में आपूर्ति करने की क्षमता है।” उन्होंने कहा, “भारत एक अच्छा भागीदार है क्योंकि सड़कों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के अलावा, एक हजार किलोमीटर मेट्रो का निर्माण किया जा रहा है।”
यह पहली बार है कि इजरायल ने निर्माण क्षेत्र में भारत से सहायता मांगी है और यह निर्णय पिछले अक्टूबर में हमास के हमले के बाद फिलिस्तीनी श्रमिकों पर प्रतिबंध के मद्देनजर आया है।
गाजा युद्ध को सुलझाने में भारत की संभावित भूमिका पर अजार ने कहा, “मुझे लगता है कि भारत को निर्णय लेना है। यह भारत पर निर्भर है कि वह किस हद तक इसमें शामिल होना चाहता है। सामान्य तौर पर पश्चिम एशिया में भारत की भूमिका बढ़ रही है क्योंकि भारत हमारे क्षेत्र में काफी स्थिरता और समृद्धि ला सकता है।
इजरायल भी चल रहे युद्ध को समाप्त करना चाहता है- अजार
इस बात पर जोर देते हुए कि इजरायल भी चल रहे युद्ध को समाप्त करना चाहता है, अजार ने कहा, “हम इन चिंताओं को अपने दोस्तों के सामने व्यक्त कर रहे हैं। हम उनकी बातें सुन रहे हैं। भारत हमारा मित्र है। भारत हमारी आत्मरक्षा के अधिकार की रक्षा कर रहा है। हम समझते हैं कि अमेरिका की तरह, इजरायल के अन्य मित्र देशों की तरह, वे चाहेंगे कि यह खत्म हो और मेरा विश्वास करो, हम भी चाहेंगे कि यह ख़त्म हो।”
इजरायल-भारत संबंधों पर अजार ने निर्माण के अलावा द्विपक्षीय सहयोग के अन्य स्तंभों को रेखांकित किया जिनमें रक्षा और सुरक्षा, कृषि और पानी, इनोवेशन और स्टार्ट-अप शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर और साइबर सिक्योरिटी पर सहयोग निश्चित रूप से आवश्यक है।