इजरायल और हमास मिस्र में सोमवार को होने वाली अप्रत्यक्ष बातचीत (Indirect Negotiations) के लिए तैयार हैं। इस बीच, गाजा में सीजफायर की उम्मीद इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इस हफ्ते बंधकों की रिहाई के बारे में ऐलान हो सकता है।
दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलीस्तीनी संगठन हमास के उस बयान का स्वागत किया है जिसमें उसने अमेरिका के द्वारा रखे गए शांति प्रस्ताव की कुछ बातों को स्वीकार किया है। इजरायल ने कहा है कि वह अमेरिका के द्वारा की जा रही कोशिशों का समर्थन करता है।
‘जल्दी कदम उठाओ, वरना सारी शर्तें धरी की धरी रह जाएंगी’, डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को दी वॉर्निंग
अमेरिका का शांति प्रस्ताव यह है कि हमास अगले तीन दिनों के भीतर बचे हुए सभी 48 बंधकों को रिहा कर देगा। माना जा रहा है कि इसमें से 20 लोग अभी भी जिंदा हैं। इसके अलावा हमास अपने हथियार भी डाल देगा।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसका देश सोमवार को इजरायल और हमास के प्रतिनिधिमंडलों की मेजबानी करेगा, जिसमें फिलीस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों को छोड़े जाने पर बात होगी। मिस्र के एक अधिकारी के अनुसार, अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ भी वार्ता में शामिल हो रहे हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि मौजूदा स्थिति में हम सभी बंधकों को रिहा कराने के सबसे करीब हैं।
मुस्लिम बहुल आठ देशों ने किया स्वागत
इधर, मुस्लिम बहुल आठ देशों के विदेश मंत्रियों ने रविवार को संयुक्त बयान जारी कर संभावित सीजफायर की दिशा में उठाए गए कदमों का स्वागत किया। उन्होंने गाजा में फिलीस्तीनी प्राधिकरण की वापसी, गाजा और पश्चिमी तट को एकीकृत करने तथा सुरक्षा पर एक समझौते पर पहुंचने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई जिससे गाजा से पूरी तरह से इजरायल की वापसी हो सके।
अब तक 67,139 लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि युद्ध में रविवार को फिलीस्तीनी लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 67,139 तक पहुंच गया जबकि लगभग 1,70,000 घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने शनिवार को कहा था कि वह गाजा पट्टी में हमास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए काम कर रहा है। उसने लोगों को चेतावनी दी है कि वे उत्तरी गाजा में वापस न लौटें।