Gaza Peace Plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि इज़रायल और हमास ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित गाजा शांति समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। जिससे सभी बंधकों की जल्द रिहाई संभव हो सकेगी। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पोस्ट में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि इज़राइल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।” ट्रंप ने इसे गाजा में जंग खत्म करने की दिशा में ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कदम बताया है।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कतर, मिस्र और तुर्की को मध्यस्थता के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। ट्रंप ने कहा, ‘यह अरब और मुस्लिम जगत, इजरायल, आसपास के सभी देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महान दिन है। सभी बंधकों को बहुत जल्द रिहा कर दिया जाएगा। इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा तक वापस बुला लेगा, जो एक मजबूत, टिकाऊ और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम होगा।’

क्या होगा पहले चरण में?

इजरायल और हमास के बीच शांति योजना के पहले चरण के तहत गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए पांच क्रॉसिंग तुरंत खोलना, गाजा वापसी मानचित्र में बदलाव और पहले चरण में 20 इजरायली बंदियों को रिहा करना शामिल है। इजरायल भी अपनी जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। हालांकि, अभी इसकी संख्या पुष्टि नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि यह रिहाई प्रक्रिया 72 घंटे के अंदर पूरी होगी, जो पीस वार्ता की सफलता की पहली परीक्षा होगी।

नेतन्याहू ने क्या कहा?

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि शांति योजना (Gaza Peace Plan) के पहले चरण की मंजूरी के साथ, हमारे सभी बंधकों को स्वदेश लाया जाएगा। यह एक कूटनीतिक सफलता है। इजरायल राज्य के लिए एक राष्ट्रीय एवं नैतिक विजय है।

नेतन्याहू ने कहा, ”मैंने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया था, जब तक हमारे सभी बंधक वापस नहीं आ जाते और हमारे सभी लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते, हम चैन से नहीं बैठेंगे। दृढ़ संकल्प, शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई और हमारे महान मित्र एवं सहयोगी राष्ट्रपति ट्रंप के अथक प्रयासों से, हम इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंचे हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप को उनके नेतृत्व, उनकी साझेदारी और इजरायल की सुरक्षा, हमारे बंधकों की स्वतंत्रता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देता हूं।’

इजरायल और हमास के मध्य यह समझौता मिस्र में कई दिनों तक चली वार्ता के बाद हुआ है, जहां अमेरिका, इजरायल, मिस्र और कतर के वार्ताकार ट्रंप के प्रस्तावित समझौते की रूपरेखा पर काम कर रहे थे।

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बता दें, 7 अक्टूबर, 2023 को यह जंग तब शुरू हुई थी जब हमास के आतंकियों नें इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों की हत्या कर दी थी और 251 लोगों को बंधक बना लिया था। अक्टूबर 2023 के बाद से अब तक इजरायल की ओर से गाजा में लगातार हमले किए जा रहे थे। गाजा में 67 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है।

संयुक्त राष्ट्र कर चुका गाजा में भुखमरी की आधिकारिक घोषणा

युद्ध को समाप्त करने के लिए वैश्विक दबाव बढ़ गया था। गाजा का अधिकांश हिस्सा नष्ट हो गया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने गाजा में भुखमरी (Famine) की आधिकारिक घोषणा की है। UN रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 5 लाख लोग इस वक्त अकाल जैसी हालात झेल रहे हैं। यह वेस्ट एशिया में पहली बार है जब UN ने किसी जगह को आधिकारिक तौर पर अकालग्रस्त बताया है। UN की रिपोर्ट कहती है कि 22 महीने से जारी इजरायल-हमास कॉन्फ्लिक्ट ने गाजा को तबाह कर दिया है। आधे मिलियन से ज्यादा लोग भुखमरी, गरीबी और मौत की कगार पर हैं। वहीं इजरायली बंधक परिवार अभी भी अपने प्रियजनों की वापसी के लिए तरस रहे हैं।

वार्ता की एक महत्वपूर्ण बात यह थी कि हमास जिन फिलिस्तीनी कैदियों के लिए दबाव बना रहा था, उनके नाम तय किए गए। मिस्र की सरकारी मीडिया के अनुसार, हमास के प्रतिद्वंद्वी फतह आंदोलन के हाई-प्रोफाइल कैदी मारवान बरघौती उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें समूह रिहा होते देखना चाहता था। हमास के शीर्ष वार्ताकार खलील अल-हय्या ने भी कहा कि इस्लामी समूह “राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रायोजक देशों से यह गारंटी चाहता है कि युद्ध हमेशा के लिए समाप्त हो जाए।

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