Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच चल रहा है युद्ध अब खत्म होने वाला है। इजरायल और हमास के बीच सीजफायर को लेकर डील फाइनल हो गई है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने इसकी घोषणा कर दी है। हालांकि अभी तक इसका औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय की ओर से बताया गया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर भी सहमति बन गई है।

फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा इजरायल

इस समझौते में लड़ाई पर अस्थायी रोक शामिल है। वहीं फिलिस्तीन इजरायली जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में दर्जनों इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। इसके अलावा यह समझौता गाजा में विस्थापित फिलिस्तीनियों को अपने घरों के खंडहरों में लौटने की अनुमति देगा।

हालांकि सीजफायर के इजरायली हवाई हमलों ने गुरुवार को गाजा पर बमबारी जारी रखी, जिसके कारण करीब 72 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इससे युद्ध में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है।

हमास जब तक अंतिम समय में पैदा संकट से पीछे नहीं हटता, तब तक समझौते पर मुहर नहीं- नेतन्याहू

दो चरणों में होगी रिहाई

सीजफायर की शर्तों के तहत गाजा में रखे गए शेष 100 बंधकों में से लगभग 33 को आने वाले हफ्तों में रिहा किया जाना है। बदले में इज़रायल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर सहमत हुआ है। बंधकों की रिहाई दोनों पक्षों द्वारा एक बड़ी रियायत के रूप में देखी जा रही है। हालांकि दूसरा चरण (जिसमें हमास के कब्जे वाले इजरायली सैनिकों की रिहाई शामिल है) कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होने की उम्मीद है।

समझौते में गाजा के कई क्षेत्रों से इजरायली बलों की आंशिक वापसी का भी आह्वान किया गया है, जिससे लड़ाई से भागे हजारों फिलिस्तीनियों को अपने बचे हुए घरों में लौटने की अनुमति मिल सके। हालांकि इजरायली सरकार में कई लोग हमास के इरादों के बारे में संदेह में हैं।

नेतन्याहू को करना पड़ा दबाव का सामना

अपने देश में नेतन्याहू को बंधकों के परिवारों के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ा है। बंधकों का उत्पीड़न अक्टूबर 2023 में शुरू हुआ जब हमास ने सीमा पार हमला किया जिसमें 1,200 लोग मारे गए और करीब 250 इजरायली को पकड़ लिया गया।